
योग के माध्यम से संस्कार, स्वास्थ्य और आदर्श जीवन की दी प्रेरणा
मीरजापुर, 10 जुलाई (Udaipur Kiran) । गुरु पूर्णिमा के पावन अवसर पर पतंजलि युवा भारत एवं विंध्य योग सेवा धाम के संयुक्त तत्वावधान में पांडेपुर स्थित एक स्कूल में बाल योग शिविर का आयोजन गुरूवार को किया गया। नन्हे योग साधकों को योग के माध्यम से गुरु की महिमा से परिचित कराया।
राष्ट्रीय योगासन जज एवं योग गुरु योगी ज्वाला सिंह ने बच्चों को वैदिक एवं ऋषि परंपरा से जुड़े संस्कारों को अपनाने की प्रेरणा दी। उन्होंने योगासन, प्राणायाम और ध्यान के माध्यम से बच्चों को न केवल शारीरिक एवं मानसिक रूप से स्वस्थ रहने के उपाय बताए, बल्कि उन्हें आध्यात्मिक रूप से भी सशक्त बनने का संदेश दिया।
प्रधानाचार्या रितु भंडारी ने गुरु पूर्णिमा को भारतीय संस्कृति का सबसे प्राचीन और महत्वूपर्ण पर्व बताया। उन्हाेंने कहा कि महर्षि वशिष्ठ और विश्वामित्र जैसी गुरु परंपराएं भारत की धरोहर हैं और इस परंपरा को आगे बढ़ाने का दायित्व आज के बच्चों के कंधों पर है। उन्होंने कहा कि शिक्षा के साथ-साथ जीवन में संस्कारों का समावेश ही सच्चा गुरु मंत्र है।
योग शिविर में बच्चों को जीवन में सत्य के मार्ग पर चलने, माता-पिता तथा गुरुजनों का आदर करने की सीख दी गई। इस अवसर पर वीना श्रीवास्तव, तृप्ति श्रीवास्तव, भारतीय अस्थाना, रुचिका सहित बाल योग साधक मानस, शिवाय, शान्वी, काव्या, युगांश, माही, सृजया संग आदि की उपस्थित रहीं।
—————
(Udaipur Kiran) / गिरजा शंकर मिश्रा
