
मीरजापुर, 17 अक्टूबर (Udaipur Kiran News) । “मन स्वस्थ तो जीवन सशक्त” — इसी संदेश के साथ शुक्रवार को मीरजापुर में मानसिक स्वास्थ्य जागरूकता शिविर का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का आयोजन जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के तत्वावधान में मुख्य चिकित्साधिकारी कार्यालय के सभागार में किया गया। कार्यक्रम में मानसिक स्वास्थ्य को लेकर जागरूकता फैलाने हेतु कई विशेषज्ञों ने महत्वपूर्ण विचार रखे।
अपर जनपद न्यायाधीश विनय आर्या ने कहा कि मानसिक असंतुलन आज के समय की सबसे बड़ी चुनौती बन चुका है। छोटी-छोटी बातों पर चिड़चिड़ापन, तनाव और अवसाद (डिप्रेशन) की शुरुआत होती है जो धीरे-धीरे गंभीर रूप ले लेती है। उन्होंने कहा “मन की बात छुपाएं नहीं, परिवार या मित्रों से खुलकर बात करें, इससे तनाव काफी कम होता है।” उन्होंने बच्चों के मानसिक स्वास्थ्य पर भी जोर देते हुए कहा कि माता-पिता अपने बच्चों को समय दें, उनके साथ संवाद करें ताकि उनमें निराशा या तनाव की भावना न पनपे।
मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. सी.एल. वर्मा ने कहा कि चिंता किसी समस्या का समाधान नहीं, बल्कि उसका विस्तार है। “अपने लक्ष्य पर ध्यान केंद्रित करें, सफलता अपने आप रास्ता बना लेगी,”। वहीं डॉ. मुकेश प्रसाद ने कहा कि मानसिक बीमारी को छिपाना नहीं चाहिए। समय रहते काउंसलिंग कराने से कई बड़ी परेशानियों और दुर्घटनाओं से बचा जा सकता है। संचालन राजेश यादव ने किया।
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(Udaipur Kiran) / गिरजा शंकर मिश्रा
