

अंबिकापुर/एमसीबी, 8 अक्टूबर (Udaipur Kiran News) । भारत सरकार की महत्वाकांक्षी योजना “बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ” के अंतर्गत बुंदेली हाई स्कूल में आज “वर्ल्ड मेंटल हेल्थ डे” के अवसर पर बालिकाओं के मानसिक स्वास्थ्य, आत्मविश्वास और भावनात्मक सशक्तिकरण पर केंद्रित जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किया गया। कार्यक्रम का आयोजन मनेंद्रगढ़-चिरमिरी-भरतपुर कलेक्टर एवं जिला दंडाधिकारी डी. राहुल वेंकट के मार्गदर्शन और महिला एवं बाल विकास विभाग के जिला कार्यक्रम अधिकारी राजकुमार खाती के नेतृत्व में संपन्न हुआ।
कार्यक्रम का संचालन मिशन शक्ति हब की जिला समन्वयक तारा कुशवाहा ने किया। उन्होंने छात्राओं को मानसिक संतुलन बनाए रखने और सकारात्मक सोच अपनाने के लिए प्रेरित किया। कार्यक्रम में सखी वन स्टॉप सेंटर की मनोवैज्ञानिक परामर्शदाता अमीषा कुशवाहा, चाइल्ड लाइन की परामर्शदाता रूमा पाठक और बाल संरक्षण इकाई के परामर्शदाता राकेश कुमार साहू ने बालिकाओं को जीवन में आने वाली समस्याओं और उनके समाधान के बारे में जानकारी दी।
विद्यालय परिसर छात्राओं और शिक्षकों की भागीदारी से उत्साहपूर्ण रहा। विशेषज्ञ वक्ताओं ने तनाव प्रबंधन, आत्मविश्वास निर्माण, परीक्षा के दबाव से निपटने और जीवन में संतुलन बनाए रखने के व्यावहारिक उपाय बताये। छात्राओं को योग, ध्यान, आत्म-चिंतन और समय प्रबंधन जैसी तकनीकों का प्रशिक्षण भी दिया गया।
कार्यक्रम के दौरान छात्राओं ने “वर्ल्ड मेंटल हेल्थ डे” और “महिला सशक्तिकरण – मिशन शक्ति हब” थीम पर आधारित निबंध, भाषण और पोस्टर प्रदर्शनी के माध्यम से अपने विचार व्यक्त किए। पोस्टरों और स्लोगनों ने समाज को संदेश दिया कि “सशक्त बेटी ही मजबूत समाज और राष्ट्र की आधारशिला है।”
अधिकारियों और वक्ताओं ने कहा कि मानसिक स्वास्थ्य पर खुली चर्चा आज के समय की आवश्यकता है। बालिकाओं को अपने विचार और भावनाएं स्वतंत्र रूप से व्यक्त करने का अवसर मिलना चाहिए। सहायता मांगना कमजोरी नहीं, बल्कि समझदारी है। कार्यक्रम के अंत में सभी छात्राओं ने सामूहिक रूप से संकल्प लिया कि वे मानसिक स्वास्थ्य के प्रति समाज में जागरूकता फैलाएँगी और “स्वस्थ मन, सशक्त भारत” का संदेश घर-घर पहुँचाएंगी।
(Udaipur Kiran) / पारस नाथ सिंह
