
कोलकाता, 28 जून (Udaipur Kiran) ।राजस्थान बंगाल मैत्री परिषद के प्रतिनिधिमंडल ने शनिवार को भारत सरकार के रेल, संचार, इलेक्ट्रॉनिक्स एवं आईटी मंत्री अश्विनी वैष्णव से मुलाकात कर पश्चिम बंगाल और राजस्थान के बीच रेल संपर्क को बेहतर बनाने की मांग की। परिषद की ओर से मंत्री को चार प्रमुख सुझाव सौंपे गए जिनका उद्देश्य दोनों राज्यों के बीच यात्रा करने वाले यात्रियों की सुविधा बढ़ाना है।
परिषद के उपाध्यक्ष नारायण पी. जैन ने रेल मंत्री को पत्र सौंपते हुए निम्नलिखित मांगें रखीं :
सियालदह-बिकानेर दुरंतो एक्सप्रेस (12259/12260) को वर्तमान में सप्ताह में चार दिन चलाया जा रहा है— सोमवार, बुधवार, गुरुवार और रविवार को। परिषद ने मांग की है कि इस ट्रेन की आवृत्ति बढ़ाकर इसे रोजाना किया जाए।
हावड़ा-जैसलमेर सुपरफास्ट एक्सप्रेस (12371/12372) जो फिलहाल केवल सोमवार को चलती है, उसे भी दैनिक किए जाने की मांग की गई है। साथ ही, इसका विस्तार जैसलमेर तक करने की अपील की गई है।
सियालदह-अजमेर सुपरफास्ट एक्सप्रेस (12987) को उदयपुर तक विस्तारित करने की मांग रखी गई है।
धार्मिक यात्रा को ध्यान में रखते हुए परिषद ने श्यामजी खाटू और सालासर बालाजी जैसे लोकप्रिय तीर्थस्थलों के लिए नई रेल सेवा शुरू करने का आग्रह किया है। परिषद का कहना है कि बड़ी संख्या में श्रद्धालु दर्शन के लिए जाते हैं, ऐसे में विशेष रेल सुविधा अत्यंत आवश्यक है।
परिषद ने यह भी कहा कि इन मांगों पर सकारात्मक निर्णय कोलकाता और हावड़ा में बसे राजस्थानवासियों के लिए बड़ी राहत और सुविधा लेकर आएगा। पत्र की एक प्रति केंद्रीय कानून एवं संसदीय कार्य मंत्री अर्जुन राम मेघवाल को भी भेजी गई है, जिससे इस दिशा में आवश्यक कार्रवाई सुनिश्चित की जा सके।
रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव से मुलाकात के दौरान परिषद के सदस्यों ने उम्मीद जताई कि केंद्र सरकार क्षेत्रीय जुड़ाव और यात्रियों की आवश्यकताओं को ध्यान में रखते हुए शीघ्र सकारात्मक निर्णय लेगी।
(Udaipur Kiran) / ओम पराशर
