Jammu & Kashmir

पीर पंजाल क्षेत्र में कनेक्टिविटी बढ़ाने के लिए मेघा-बुद्धल-माहोर-गूल सड़क पर काम ज़ोरों पर

राजौरी,13 जुलाई हि.स.। जम्मू और कश्मीर के राजौरी में मेघा बुद्धल-माहोर-गूल सड़क परियोजना सीमा सड़क संगठन (बीआरओ), विशेष रूप से 31 बीआरटीएफ (सीमा सड़क कार्य बल) की देखरेख में तेज़ी से आगे बढ़ रही है।

बीआरओ के कमांडिंग ऑफिसर मेजर आदित्य शर्मा ने कहा कि सड़क निर्माण कार्य ज़ोर-शोर से चल रहा है। हम कुल 114 किलोमीटर सड़क बना रहे हैं। इसमें कुल 4 पैकेज शामिल हैं।

114 किलोमीटर में से 50वें किलोमीटर का काम चल रहा है और यह जल्द ही दो लेन वाला राष्ट्रीय राजमार्ग बन जाएगा। हमारा लक्ष्य सभी काम जल्द से जल्द और विशिष्ट आवश्यकताओं के अनुसार पूरा करना है।

चुनौतियों पर प्रकाश डालते हुए मेजर शर्मा ने कहा कि पहाड़ी इलाकों में सड़क बनाना बहुत जोखिम भरा होता है। मौसम हमेशा खराब रहता है और हमें अपने कर्मचारियों की जान का भी ध्यान रखना होता है। हमें ऊँचे पहाड़ों को काटना होता है। ऐसी जगह पर काम करना निश्चित रूप से जोखिम भरा है हालाँकि, अगर हम दृढ़ निश्चयी हों तो कोई भी काम मुश्किल नहीं है।

इस परियोजना में लगी एजेंसी ने कठिन भूभाग के बावजूद आगे बढ़ने के लिए भारी मशीनरी और एक बड़ी संख्या में कार्यबल तैनात किया है। पीर पंजाल क्षेत्र के कुछ सबसे ऊबड़-खाबड़ इलाकों से होकर गुजरने वाली इस सड़क को इंजीनियरिंग की एक उपलब्धि और सामाजिक-आर्थिक बदलाव का उत्प्रेरक माना जाता है।

शर्मा ने कहा कि इस परियोजना से महत्वपूर्ण प्रगति होगी। इससे पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा यात्रा का समय कम होगा और इस क्षेत्र को कई तरह से लाभ होगा।

इस परियोजना में लगे एक कर्मचारी अश्विनी शर्मा ने कहा कि ऐसे पहाड़ी इलाकों में सड़क बनाना चुनौतीपूर्ण है लेकिन हमें खुशी है क्योंकि इस काम से कई लोगों को फायदा होगा। पहले हमें घर पहुँचने में लगभग 5-6 घंटे लगते थे। अब इस सड़क के बनने से केवल दो घंटे लगेंगे।

उन्होंने आगे कहा कि सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि हम इस पहल के लिए भारत सरकार को धन्यवाद देना चाहते हैं। हमें अपनी सरकार पर गर्व है इस काम ने हमें रोज़गार दिया है।

पहले यह संकरी सिंगल-लेन सड़क बरसात के मौसम में अक्सर अवरुद्ध हो जाती थी लेकिन अब इस सड़क को वाहनों की सुचारू और निर्बाध आवाजाही सुनिश्चित करने के लिए चौड़ा किया जा रहा है।

पूरा होने के बाद मेघा-बुद्धल-माहोर-गूल सड़क राजौरी, बुधल, गूल, रामबन और रियासी को जोड़ने वाला एक छोटा और अधिक कुशल मार्ग बन जाएगा। इससे यात्रा का समय कम होगा और पीर पंजाल क्षेत्र में कनेक्टिविटी बेहतर होगी।

यह परियोजना पहले ही हजारों स्थानीय युवाओं के लिए रोजगार का स्रोत बन चुकी है जिनमें इंजीनियर, मशीन ऑपरेटर, ड्राइवर, हेल्पर और मजदूर शामिल हैं। इसके अलावा इस मार्ग पर चार बड़े पुल भी बनाए जा रहे हैं जो इस गलियारे की विश्वसनीयता और कनेक्टिविटी को और बढ़ाएंगे।

स्थानीय लोगों और हितधारकों ने इस महत्वपूर्ण परियोजना को शुरू करने के लिए बीआरओ और निजी एजेंसियों के प्रयासों की व्यापक रूप से सराहना की है जो क्षेत्र के विकास परिदृश्य को बदल रही है। पूरा होने पर इस सड़क में क्रांतिकारी बदलाव आने की उम्मीद है जिससे पूरे क्षेत्र में पर्यटन, व्यापार और दूरदराज के समुदायों के लिए पहुँच में वृद्धि होगी।

(Udaipur Kiran) / राधा पंडिता

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