
कलाबन, 17 सितंबर (Udaipur Kiran) । जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने बुधवार को पुंछ ज़िले के भू-धंसाव प्रभावित कालाबन सीमा क्षेत्र के लोगों से मुलाकात की और उम्मीद जताई कि केंद्र सरकार पंजाब, हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड को दिए गए पैकेज की तर्ज़ पर केंद्र शासित प्रदेश को भी एक अच्छा पैकेज देगी।
अब्दुल्ला ने कहा कि प्रशासन को मौजूदा नीति के तहत पाँच मरला (एक मरला = 272.251 वर्ग फुट) ज़मीन देने सहित एक पुनर्वास योजना तैयार करने को कहा गया है जिसे कैबिनेट की मंज़ूरी मिलनी है।
उन्होंने कहा कि हम केंद्र सरकार के साथ भी संपर्क बनाए हुए हैं और उन्होंने एक टीम गठित की है जिसने जम्मू-कश्मीर के विभिन्न इलाकों का दौरा किया है। हम अपनी माँगें उनके सामने रखेंगे और उम्मीद करते हैं कि पंजाब, हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड की तरह जम्मू-कश्मीर को भी एक अच्छा पैकेज दिया जाएगा।
अपने दौरे के दौरान अब्दुल्ला ने नियंत्रण रेखा के पास मेंढर तहसील के कालाबन गाँव में भू-धंसाव से हुए नुकसान का आकलन किया। 11 सितंबर से अब तक 1,000 से ज्यादा लोग प्रभावित हुए हैं, 95 से ज्यादा घर, एक कब्रिस्तान और एक मस्जिद क्षतिग्रस्त हो गई है। निवासियों को सुरक्षित आश्रयों में स्थानांतरित कर दिया गया है।
गाँव के असुरक्षित हो जाने के बाद सरकार द्वारा उठाए जा रहे कदमों के बारे में पूछे गए एक सवाल का जवाब देते हुए अब्दुल्ला ने कहा कि जहाँ भी ज़मीन धँस गई है या धँस रही है, वहाँ लोगों को दोबारा बसाया नहीं जा सकता। उन्हें कहीं और, किसी नए स्थान पर बसाना होगा।
उन्होंने कहा कि सरकार के पास पहले से ही एक योजना है जिसके तहत भूमिहीन लोगों को पाँच मरला सरकारी ज़मीन दी जाती है। इसी तर्ज़ पर हमने प्रशासन से एक प्रस्ताव तैयार करने को कहा है जिसे कैबिनेट के समक्ष सावधानीपूर्वक विचार और अनुमोदन के लिए प्रस्तुत किया जाएगा।
जनसंपर्क प्रयासों के बारे में उन्होंने कहा कि इस कठिन समय में लोगों की यथासंभव मदद करना हमारा कर्तव्य है। इस बार बारिश ने जम्मू-कश्मीर में बाढ़ और भूस्खलन के कारण अभूतपूर्व नुकसान पहुँचाया है।
उन्होंने आगे कहा कि जम्मू-कश्मीर में शायद ही कोई ऐसा ज़िला हो जहाँ बाढ़, भूस्खलन या भारी बारिश से नुकसान न हुआ हो। उन्होंने आगे कहा कि हमारे पास जो भी वित्तीय संसाधन हैं हम उनका इस्तेमाल लोगों तक राहत पहुँचाने के लिए करेंगे।
(Udaipur Kiran) / बलवान सिंह
