
हमीरपुर, 24 सितंबर (Udaipur Kiran News) । कांग्रेस पार्टी के आंतरिक मतभेद बुधवार को सार्वजनिक रूप से तब उजागर हो गए जब विकास चर्चा की एक बैठक के दौरान कार्यकर्ता आपस में भिड़ गए। घटना तब घटी जब एक नेता के भाषण में दूसरे नेता का नाम न लेने से असंतुष्ट कार्यकर्ताओं ने हंगामा शुरू कर दिया, जो जल्द ही हाथापाई में बदल गया।
बुधवार को जिला मुख्यालय स्थित पी.डब्ल्यू.डी. रैस्ट हाउस में आयोजित इस बैठक का मकसद सरकार की उपलब्धियों और विकास कार्यों पर चर्चा करना था। हालाँकि, चर्चा का रुख तब बदल गया जब एक नेता के संबोधन में किसी दूसरे नेता का जिक्र न करने पर कार्यकर्ताओं के बीच तीखी प्रतिक्रिया हुई। मामला इतना बढ़ा कि मुख्यमंत्री के सलाहकार सुनील शर्मा बिट्टू की मौजूदगी में ही कार्यकर्ता आपस में भिड़ गए। झड़प की शुरुआत बैठक कक्ष में हुई, लेकिन जल्द ही यह रैस्ट हाउस के बाहर तक फैल गई। दोनों पक्षों के कार्यकर्ताओं ने एक-दूसरे पर जोरदार नारेबाजी की, जिसमें काली भेड़ें नहीं चलेगी जैसे नारे शामिल थे। काफी देर तक चले इस हंगामे के बाद नेताओं ने हस्तक्षेप कर स्थिति को नियंत्रित किया और बैठक को फिर से शुरू किया गया।
बैठक में मौजूद कार्यकर्ताओं ने जमकर आक्रोश जताया। उन्होंने कहा कि उनके क्षेत्र में विकास कार्य ठप पड़े हैं और सिर्फ आश्वासन दिए जा रहे हैं। आपदा प्रभावितों को तुरंत मुआवजा दिए जाने की मांग भी उठाई गई। विकास चर्चा प्रभारी सुनील कुमार ने इस घटना को कुछ कार्यकर्ताओं के बीच मामूली तकरार बताया। उन्होंने कहा कि मामला शांत कर दिया गया है और पूरे प्रदेश में विकास कार्य निष्पक्ष तरीके से हो रहे हैं।
इस बैठक में सुनील शर्मा बिट्टू, डॉ. पुष्पेंद्र वर्मा, पूर्व विधायक कुलदीप पठानिया, अध्यक्ष एपीएमसी अजय शर्मा सहित कई वरिष्ठ नेता और बड़ी संख्या में कार्यकर्ता मौजूद रहे।
(Udaipur Kiran) / विशाल राणा
