
जयपुर, 14 नवंबर (Udaipur Kiran) । चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री गजेन्द्र सिंह खीवसर ने कहा है कि प्रदेश के हर व्यक्ति को सुगमता के साथ गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवाएं मिलें, इसके लिए चिकित्सा संस्थानों में इंडियन पब्लिक हैल्थ स्टेण्डर्ड की पालना सुनिश्चित किए जाने के प्रयास किए जा रहे हैं। हमारा प्रयास है कि प्रदेश का हर चिकित्सा संस्थान स्वास्थ्य मानकों पर खरा उतरे, इसके लिए मिशन मोड में निरीक्षण कर अस्पतालों में व्यापक स्तर पर सुधार किए जा रहे हैं।
चिकित्सा मंत्री शुक्रवार को सवाई माधोपुर में जिला चिकित्सालय का औचक निरीक्षण कर रहे थे। उन्होंने वहां जांच, दवा एवं उपचार व्यवस्था, स्वच्छता प्रबंधन और अन्य स्वास्थ्य सेवाओं का गहन निरीक्षण किया।
चिकित्सा मंत्री ने अस्पताल के मुख्य भवन में ट्रोमा वार्ड, आईसीयू और विभिन्न यूनिटों का निरीक्षण कर वहां उपचार सुविधाओं को देखा। उन्होंने उपकरणों की क्रियाशीलता भी जांची। चिकित्सा मंत्री ने मरीजों से सीधे संवाद कर अस्पताल में उपलब्ध करवाई जा रही सेवाओं का फीडबैक लिया। बुजुर्गों के लिए बनाए गए रामाश्रय वार्ड में भर्ती वरिष्ठ नागरिकों से उनकी कुशलक्षेम पूछी।
खींवसर ने ड्रग स्टोर में दवाओं की उपलब्धता, भंडारण और वितरण की स्थिति की जानकारी ली। इसके बाद मंत्री ने मातृ एवं शिशु इकाई का निरीक्षण करते हुए एसएनसीयू में भर्ती शिशुओं, लेबर रूम तथा गायनी ऑपरेशन थिएटर में चिकित्सा उपकरणों और उपचार व्यवस्थाओं की समीक्षा की।
चिकित्सा मंत्री ने अस्पताल की आंतरिक सफाई व्यवस्था पर संतोष व्यक्त किया लेकिन बाहरी परिसर में सफाई व्यवस्था में सुधार करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि अस्पताल में स्वच्छता का विशेष ध्यान रखा जाए। बायोमेडिकल वेस्ट का नियमानुसार डिस्पोजल हो और भवन साफ-सुथरा रहे ताकि किसी को संक्रमण का खतरा नहीं हो। उन्होंने प्रमुख चिकित्सा अधिकारी डॉ. तेजराम मीणा को निर्देश दिए कि सफाई करने वाली फर्म को सफाई व्यवस्था सुधारने के लिए पाबंद करें।
चिकित्सा मंत्री ने पीएमओ को चिकित्सालय में किसी भी आवश्यक उपकरण या सुविधाओं के विस्तार लिए राज्य स्तर पर प्रस्ताव भेजने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार स्वास्थ्य सेवाओं को सर्वोच्च प्राथमिकता दे रही है, संसाधनों की कमी नहीं है। गांव-ढाणी तक समुचित संख्या में मानव संसाधन नियोजित किया जा रहा है। अधिकारी यह सुनिश्चित करें कि आमजन को उपचार में किसी तरह की परेशानी नहीं हो।
निरीक्षण के दौरान चिकित्सालय के चिकित्सक, नर्सिंगकर्मियों सहित अन्य स्टाफ उपस्थित रहा।
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(Udaipur Kiran)