
नई दिल्ली, 4 सितंबर (Udaipur Kiran) । दिल्ली के महापौर राजा इकबाल सिंह ने दिल्ली को कूड़े से आजादी अभियान के तहत हासिल की गई महत्वपूर्ण उपलब्धियों का जानकारी देते हुए इसे एक जन आंदोलन बताया। महापौर गुरुवार को बताया कि इस अभियान के तहत एमसीडी प्रतिदिन औसतन 12,498 टन ठोस अपशिष्ट और 3,374 टन निर्माण एवं विध्वंस अपशिष्ट का निस्तारण कर रही है।
महापौर ने बताया कि मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता के नेतृत्व में शुरू हुआ यह अभियान स्वच्छता, कचरा प्रबंधन, हरित पहल और जन जागरूकता पर केंद्रित है। एक अगस्त से 31 अगस्त तक चले अभियान में लाखों नागरिकों ने सक्रिय भागीदारी की और यह अभियान 2 अक्टूबर तक जारी रहेगा।
उन्हाेंने कहा कि अगस्त माह के दौरान रिकॉर्ड 33.37 लाख नागरिकों ने स्वच्छता की शपथ ली, जिससे एक स्वच्छ दिल्ली के लिए सामूहिक जिम्मेदारी की भावना मजबूत हुई। उन्होंने बताया कि एमसीडी ने 917 कार्यालयों में विशेष स्वच्छता अभियान चलाए 41,120 दीवारों और सार्वजनिक स्थलों से पोस्टर एवं बैनर हटाए और 185 सौंदर्यीकरण संबंधी कार्य किए। सफाई बढ़ाने के लिए पूरे शहर में विशेष प्रयास किए जा रहे हैं। जिनमें 412 रात्रीकालीन सफाई अभियान, 1,322 शौचालय सफाई अभियान और रेलवे ट्रैक से 791 मीट्रिक टन कचरे की सफाई शामिल हैं। उन्होंने कहा कि झुग्गी-झोपड़ी क्षेत्रों पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है, जहां 345 स्वच्छता अभियान, 328 कचरा संवेदनशील स्थलों की सफाई और 649 नालों की सफाई की गई है।
उन्होंने कहा कि इस अभियान के दौरान हरित क्षेत्र को बढ़ाने के लिए पौधारोपण करना भी शामिल है। पूरी दिल्ली में 17,123 पेड़, 30,871 झाड़ियां और 7,487 बांस लगाए ताकि हरित क्षेत्र को बढ़ाया जा सके।
राजा इकबाल सिंह ने कहा कि निगम का लक्ष्य दिल्ली को स्वच्छ, हरित और कचरा मुक्त बनाना है। यह एक जन आंदोलन है, जिसमें हर नागरिक की भागीदारी महत्वपूर्ण है। उन्होंने नागरिकों से अपील की कि वे इस अभियान में और सक्रियता से जुड़ें ताकि 2 अक्टूबर तक दिल्ली को स्वच्छता के मामले में एक मॉडल शहर बनाया जा सके।
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(Udaipur Kiran) / माधवी त्रिपाठी
