

‘विवेकानंद’ क्रूज से किया गंगा घाटों का किया अवलोकन, अध्यात्म में लीन रहे
वाराणसी, 11 सितम्बर (Udaipur Kiran) । तीन दिवसीय काशी दौरे पर आए मॉरीशस के प्रधानमंत्री डॉ नवीनचंद्र रामगुलाम ने गुरुवार शाम विश्वप्रसिद्ध दशाश्वमेध घाट पर मां गंगा की भव्य आरती में सहभागिता की। अपनी पत्नी वीना रामगुलाम के साथ आरती में शामिल हुए प्रधानमंत्री भावविभोर नजर आए। उन्होंने सपत्नी गंगा आरती भी किया तथा मस्तक पर चंदन टीका भी लगवाई।
आरती के दौरान वे मंत्रोच्चार, शंखनाद और डमरू की गूंज के बीच हाथ जोड़कर श्रद्धाभाव से मां गंगा की आराधना करते दिखाई दिए। इस विशेष अवसर पर प्रदेश की राज्यपाल आनंदी बेन पटेल, प्रदेश के कैबिनेट मंत्री और जिले के प्रभारी मंत्री सुरेश खन्ना भी उनके साथ मौजूद रहे। गंगा सेवा निधि द्वारा आयोजित इस विशेष महाआरती को और भव्य बनाने के लिए घाट पर विशेष सजावट की गई थी। गंगा में आई बाढ़ के चलते आरती कार्यक्रम घाट की छत पर आयोजित किया गया, जिसे देखने के लिए प्रधानमंत्री क्रूज के छत पर लगाई गई कुर्सियों पर बैठे। आरती से पूर्व प्रधानमंत्री रामगुलाम रविदास घाट से लक्जरी ‘विवेकानंद’ क्रूज पर सवार होकर दशाश्वमेध घाट पहुंचे। इस दौरान उन्होंने कैबिनेट मंत्री सुरेश खन्ना के साथ गंगा के किनारे बसे प्राचीन भवनों, घाटों और नैसर्गिक सुंदरता का अवलोकन किया।
रविदास घाट पर पहुंचने पर कैबिनेट मंत्री सुरेश खन्ना ने पारंपरिक अंदाज में अंगवस्त्र भेंट कर उनका स्वागत किया। क्रूज पर सवार होने से पहले प्रधानमंत्री ने श्रद्धा भाव से मां गंगा को प्रणाम किया। गंगा आरती के दौरान वे बार-बार मंत्रमुग्ध होकर आरती में लीन दिखाई दिए। आरती स्थल को फूलों के वंदनवार और दीपों की रोशनी से सजाया गया था, जिससे पूरा वातावरण अलौकिक और आध्यात्मिक हो उठा।
प्रधानमंत्री रामगुलाम ने न सिर्फ गंगा आरती का आध्यात्मिक रसास्वादन किया, बल्कि सनातन परंपरा के पंचमहाभूत – पृथ्वी, जल, अग्नि, वायु और आकाश – के प्रतीकों को भी समझने का प्रयास किया। सुरक्षा के कड़े इंतजामों के बीच संपन्न हुए इस कार्यक्रम के उपरांत प्रधानमंत्री नमोघाट से सड़क मार्ग से नदेसर स्थित ताज होटल लौटे, जहां मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की ओर से उनके सम्मान में रात्रिभोज का आयोजन किया भी किया। अपने दौरे के अंतिम दिन, 12 सितंबर को मॉरीशस के प्रधानमंत्री श्रीकाशी विश्वनाथ मंदिर में दर्शन-पूजन करेंगे, जिसके बाद वे अयोध्या के लिए रवाना होंगे।
मेहमान प्रधानमंत्री का स्वागत काशी के प्रसिद्ध लाल पेड़ा और अंगवस्त्र-दुपट्टा से
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के संसदीय क्षेत्र काशी में शनिवार की शाम एक विशेष अवसर का साक्षी बनी, जब विदेशी मेहमान प्रधानमंत्री का पारंपरिक अंदाज में स्वागत गंगा तट पर किया गया। गंगा सेवा निधि के अध्यक्ष सुशांत मिश्र ने बताया कि अतिथि प्रधानमंत्री का स्वागत काशी की विशेष पहचान लाल पेड़ा और अंगवस्त्र-दुपट्टा भेंट कर किया गया।
इसके उपरांत उन्होंने विश्वप्रसिद्ध गंगा आरती में भाग लिया, जो शाम 6:47 बजे शुरू होकर 7:26 बजे तक चली। करीब 40 मिनट तक चली। आरती को सात अनुभवी अर्चकों द्वारा पारंपरिक विधि-विधान के साथ संपन्न कराया गया। इस दौरान दशाश्वमेध घाट पर भव्यता और श्रद्धा का संगम देखने को मिला। सुशांत मिश्र ने बताया कि इससे पूर्व 22 जनवरी 2019 को मॉरीशस के तत्कालीन प्रधानमंत्री प्रवीण जगन्नाथ भी गंगा आरती में शामिल हुए थे। वे पुनः सितंबर 2023 में दूसरी बार आरती में सम्मिलित हुए। वहीं 28 फरवरी 2020 को मॉरीशस के राष्ट्रपति पृथ्वीराज सिंह ने भी मां गंगा की आरती में अपनी उपस्थिति दर्ज कराई थी।
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(Udaipur Kiran) / श्रीधर त्रिपाठी
