Jharkhand

डीएमएफटी समिति की बैठक में लिए गए कई अहम फैसले

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बोकारो, 14 सितंबर (Udaipur Kiran) । जिला खनिज फाउंडेशन ट्रस्ट (डीएमएफटी) की प्रबंधकीय समिति की महत्वपूर्ण बैठक रविवार को उपायुक्त अजय नाथ झा की अध्यक्षता में गोपनीय कार्यालय कक्ष में आयोजित की गई। बैठक में जिले के वरीय पदाधिकारी – पुलिस अधीक्षक हरिवंदर सिंह, उप विकास आयुक्त शताब्दी मजूमदार, वन प्रमंडल पदाधिकारी संदीप शिंदे, सिविल सर्जन डॉ. ए.बी. प्रसाद, प्रभारी पदाधिकारी डीएमएफटी प्रभाष दत्ता, जिला पंचायती राज पदाधिकारी मो. सफीक आलम और जिला खनन पदाधिकारी रवि कुमार सहित कई अन्य अधिकारी मौजूद रहे।

खनन प्रभावित क्षेत्रों का होगा स्पष्ट वर्गीकरण

बैठक में निर्णय लिया गया कि डीएमएफटी मद से होने वाले व्ययों में प्राथमिकता तय की जाएगी। इसके तहत खनन प्रभावित क्षेत्रों को लाल क्षेत्र (रेड जोन) और सामान्य क्षेत्रों को नारंगी क्षेत्र (ऑरेंज जोन) के रूप में चिह्नित कर योजनाओं का क्रियान्वयन किया जाएगा।

सीएजी से होगा लेखा परीक्षण

डीएमएफटी मद से वित्तीय वर्ष 2024-25 से अब तक किए गए कार्यों का अंकेक्षण (ऑडिट) महालेखा परीक्षक (सीएजी) से कराया जाएगा। इसके लिए उप विकास आयुक्त को निर्देश दिया गया है कि वे आवश्यक प्रक्रिया पूरी कराएं।

चार दल करेंगे योजनाओं की जांच

बैठक में चार अलग-अलग जांच दलों के गठन का निर्णय लिया गया, जो भौतिक निरीक्षण, प्रक्रियागत कार्यों, तकनीकी मानकों और सामाजिक लेखा परीक्षण के तहत योजनाओं की विस्तृत समीक्षा करेंगे।

अभिलेखों की सुरक्षा होगी पुख्ता

डीएमएफटी से संबंधित सभी अभिलेखों के संरक्षण को लेकर विशेष कदम उठाए जा रहे हैं। शाखा में सीसीटीवी कैमरे लगाए जाएंगे, और अभिलेख संरक्षण के लिए एक विशेष दल गठित किया जाएगा। जिला योजना पदाधिकारी राज कुमार शर्मा को इस कार्य में सहयोग के लिए नामित किया गया है। यह कार्य एक सप्ताह के भीतर पूरा किया जाएगा।

विधिक परामर्शदाता का भी मिलेगा सहयोग

बैठक में निर्णय लिया गया कि न्यायालयों में लंबित और संभावित वादों के उचित संचालन के लिए डीएमएफटी की ओर से विधिक परामर्शदाता (लीगल एडवाइजर) की नियुक्ति की जाएगी, जिससे न्यायिक प्रक्रिया प्रभावी और समयबद्ध हो सके।

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(Udaipur Kiran) / अनिल कुमार

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