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कई फीट गहरा होकर खतरनाक हो गया मंडी का मट्टनाला, रिश्तेदारों के रातें काट रहे हैं प्रभावित

मट्ट सैण नाला जो कई फीट गहरा होकर खतरनाक बन गया है।

मंडी, 02 अगस्त (Udaipur Kiran) । उन्नतीस जुलाई की रात और तीस जुलाई की सुबह कितनी भयावह रही होगी यह अहसास मंडी शहर के गणपति रोड़ पर नजर आ रही तबाही से साफ दिख जाते हैं। इसी मार्ग पर अप्पर सैण मट्ट नाला को देख कर बादल फटने से जो तबाही होती है उसकी एक झलक मिल जाती है। यह नाला अपने वजूद से कोई 15 फीट गहरा हो गया है। इसने मंडी गुमाणू मार्ग पर बने पुल को भी खतरा पैदा कर दिया है और उसकी नींव नजर आने लग गई है। लोक निर्माण विभाग ने फौरी तौर पर इसकी कुछ मरम्मत भी कर दी है। गहरे हो गए नाले से आर पार बसे कई घर खतरे में आ गए हैं और पिछले पांच दिनों से इन घरों के लिए रिश्तेदारों के यहां रातें काट रहे हैं।

अप्पर सैण के लीला धर शर्मा बताते हैं कि 30 जुलाई सुबह पौने तीन बजे से साढ़े तीन बजे तक कुछ कुछ मिंट के अंतर में चार बार बादल फटे और ऐसा लगा कि आसमान ही टूट पड़ा है। पूरा पहाड़ ही नाले में बहता नजर आया। जब बार बार ऐसा होने लगा और कई फीट उपर उनके मकान को नीचे से कटाव शुरू हो गया तो वह परिवार सहित बाहर निकल गए और रामनगर मंगवाई स्थित अपने रिश्तेदारों के यहां चले गए। पांच दिनों से वहीं रातें काट रहे हैं। दिन को देखभाल करने के लिए यहां आ जाते हैं। सरकार से आग्रह है कि इस नाले की हालत को देखते इसमें चेक डैम लगाए जाए, खतरनाक चट्टानों को तोड़ दिया जाए ताकि भविष्य के लिए खतरा न हो। मरम्मत कार्य में लाखों का खर्च आएगा ऐसे में प्रशासन व सरकार उनकी आर्थिक मदद करें।

इस नाले के उस ओर हंस राज व होशियार सिंह के मकान भी खतरे की जद में हैं। नीचे से जमीन खिसक चुकी है। ये परिवार भी रातें अपने रिश्तेदारों के यहां ही काट रहे हैं। इनका कहना है कि रात क्या दिन के समय भी जब बारिश लगती है तो घर के अंदर घुसने से डर लगता है। अभी बरसात आधी हुई है। ऐसे में प्रशासन व नगर निगम को इस मट्ट नाले की चैनेलाइजेशन का प्रस्ताव तैयार करके इसे अमलीजामा पहनाना चाहिए अन्यथा उनके घर कभी भी जमींदोज हो सकते है।

बाढ़ से बर्बाद कर दिया लाखों का सामान, किसी ने नहीं ली सुध

सैण मुहल्ला के जीरो प्वाईंट यानी जहां से बीर रोड़ व गुमाणू रोड़ को लिंक जाते हैं के नीचे सैण मुहल्ला में सैणी फ्रोजन फूडस की होलसेन व परचून दुकान को 29 जुलाई की रात व 30 जुलाई तड़के उपर गंधर्व जंगल में फटे बादलों से आए मलबे, पानी व पत्थरों ने बुरी तरह से नुकसान पहुंचाया है। उसकी दुकान में रखा लाखों का माल मलबे व पानी की भेंट चढ़ गया। दुकान के मालिक राजेंद्र सैनी ने बताया कि दुकान में रखा लाखों का सामान पूरी तरह से बर्बाद हो गया। इलाका पटवारी, प्रशासन, सरकार व नगर निगम के अधिकारी मौके पर आकर जगह जगह नुकसान का आकलन कर रहे हैं मगर उसकी किसी ने सुध नहीं ली। उसने प्रशासन से आग्रह किया है कि उसका जो सब कुछ बर्बाद हो गया है उसे भी देखा जाए व उसकी मदद की जाए।

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(Udaipur Kiran) / मुरारी शर्मा

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