-रायगढ़ जिले के उरण में नाव पटली तीन लोग लापता, तलाश जारी
मुंबई, 27 जुलाई (Udaipur Kiran) । भारतीय मौसम विभाग ने रविवार को महाराष्ट्र के अधिकांश जिलों के लिए ओरेंज अलर्ट जारी किया है। साथ ही आज कोंकण, विदर्भ और पश्चिमी महाराष्ट्र के कई जिलों में ऑरेंज भारी बारिश की चेतावनी दी है। राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र ने बारिश के चलते संभावित आपदा को देखते हुए राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल और राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल को सतर्क रहने के निर्देश दिया है। रायगढ़ जिले के उरण के पास समुद्र में एक नाव पलटने से उसमें सवार 8 लोगों में से तीन लोग लापता हो गए, जिनकी तलाश की जा रही है।
राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र ने आज बताया कि पिछले दो दिनों से हो रही भारी बारिश से गोंदिया जिले में बाघ नदी ख़तरे के निशान को पार कर गई है। इसी तरह रायगढ़ जिले में कुंडलिका नदी चेतावनी के निशान को पार कर गई है और नदी किनारे बसे गाँवों को सतर्क रहने के निर्देश दिए गए हैं। पुणे जिले के खडकवासला और पवना बाँधों से नियंत्रित पानी छोड़ा जा रहा है और जिला प्रशासन ने नागरिकों को सतर्क रहने के निर्देश दिए हैं। परभणी जिले में हदगाँव पाथरी की एक मस्जिद में 20 लोगों को स्थानांतरित किया गया। साथ ही माटेगाँव में पुल से पानी बहने के कारण सुरक्षा उपाय के तौर पर ज़ीरो फाटा मार्ग को बंद कर दिया गया है।
आपातकालीन परिचालन केंद्र के अनुसार रायगढ़ जिले के उरण के पास समुद्र में एक नाव पलटने से उसमें सवार 8 लोगों में से 5 तैरकर बाहर निकल आए जबकि तटरक्षक बल, स्थानीय प्रशासन और बचाव दल की मदद से 3 लोगों की तलाश की जा रही है। सतारा जिले में लगातार भारी बारिश के कारण भूस्खलन के संबंध में महाबलेश्वर तहसील में अलर्ट जारी किया गया है और भूस्खलन के कारण एहतियात के तौर पर तपोला-महाबलेश्वर मार्ग को बंद कर दिया गया है, राज्य आपातकालीन संचालन केंद्र ने भी जानकारी दी है।
मौसम विभाग ने बताया कि राज्य के अधिकांश हिस्सों में जोरदार बारिश की स्थिति बनी हुई है। इसमें पश्चिमी महाराष्ट्र, कोंकण विदर्भ, मराठवाड़ा समेत मुंबई और मुंबई उपनगरों में भारी बारिश हो रही है। इसी तरह, विदर्भ और मराठवाड़ा में बीच में रुकी बारिश के आने से किसानों को राहत मिली है। जबकि कुछ इलाकों में भारी बारिश ने चिंता बढ़ा दी है। हिंगोली जिले में कल भारी बारिश हुई। इस बारिश से जिले भर की फसलों को बड़ी राहत मिली है। कई जगहों पर नाले-नालियां उफान पर हैं। इस भारी बारिश का असर जलभंडार पर देखा जा रहा है। जलभंडार में बहुत वृद्धि हुई है।
परिचालन केंद्र ने बताया कि सिद्धेश्वर बांध का जलस्तर एक ही दिन में दस प्रतिशत तक बढ़ गया है। उजानी बांध से भीमा नदी में 26,600 क्यूसेक पानी छोड़ा जाना शुरू हो गया है। इसके परिणामस्वरूप, प्रशासन ने नदी किनारे के लोगों को सावधान रहने की चेतावनी दी है। पुणे जिले में जारी बारिश के कारण उपरोक्त सभी बांधों से उजनी बांध में भारी मात्रा में पानी आ रहा है और यह डिस्चार्ज 30,000 क्यूसेक से अधिक होगा। वर्तमान में उजनी बांध लगभग 96 फीसदी भर चुका है और ऊपर से आने वाले पानी को बांध से छोडऩा होगा। बताया गया है कि अगर बारिश बढ़ती रही तो उजनी से डिस्चार्ज बढ़ाना होगा।
—————
(Udaipur Kiran) यादव
