
कोलकाता, 18 अगस्त (Udaipur Kiran) । मालदा जिले में बाढ़ की स्थिति अब भी गंभीर बनी हुई है। गंगा, महानंदा और फूलहार नदियां खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं। मानिकचक के गोपालपुर और वैष्णबनगर क्षेत्रों में गंगा का कटाव जारी है, जबकि महानंदा नदी का पानी इंग्लिशबाजार और पुरातन मालदा के कई इलाकों में घुस गया है। कई वार्ड अब भी जलमग्न हैं और लोग घरों में फंसे हुए हैं।
आपदा प्रबंधन विभाग के अधिकारी ने सोमवार को बताया कि करीब 300 परिवारों को सुरक्षित जगहों पर स्थानांतरित किया गया है। जिले में मौजूद स्कूलों को कैंप के तौर पर विकसित किया गया है, जहां लोगों के रहने, खाने चिकित्सा आदि की व्यवस्था की गई है।
मौसम विभाग ने उत्तर बंगाल में भारी बारिश की चेतावनी दी है, जिससे लोगों की चिंता और बढ़ गई है। जिले के बड़े हिस्से में दहशत का माहौल है।
करीब एक महीने पहले मानिकचक के भूतन क्षेत्र में एक करोड़ 35 लाख रुपये की लागत से बना नया बांध टूट गया था, जिससे बाढ़ का पानी पूरे इलाके में फैल गया। ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि बांध की गुणवत्ता बेहद खराब थी।
दक्षिण मालदा के कांग्रेस सांसद इशा खान चौधरी ने कहा कि मालदा के लोगों की इस परेशानी के लिए केंद्र और राज्य दोनों सरकारें जिम्मेदार हैं और उन्हें तुरंत राहत और बचाव कार्यों के लिए आगे आना चाहिए।
मौसम विभाग ने बताया है कि इस पूरे हफ्ते लगातार बारिश का सिलसिला जारी रहने वाला है, इसलिए हालात और अधिक बिगड़ सकते हैं।
(Udaipur Kiran) / ओम पराशर
