Uttrakhand

मनसा देवी हादसा, प्रशासन की लापरवाही का परिणाम: अमन

पत्रकारों से वार्ता करते हुए

हरिद्वार, 28 जुलाई (Udaipur Kiran) । बीते रोज मनसा देवी मंदिर में हुई भगदड़ की घटना न केवल एक मानवीय त्रासदी है, बल्कि सरकार और प्रशासन की लापरवाही का जीता जागता सबूत भी है। इस हादसे में अब तक 8 श्रद्धालुओं की मौत हो चुकी है। यह कहते हुए कांग्रेस ने इस मामले को लेकर सरकार और खुफिया विभाग को कटघरे में खड़ा कर दिया है। जिम्मेदारों के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज करने की मांग करते हुए कांग्रेस ने इस हादसे में मृतकों के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त की है।

सोमवार को प्रेस क्लब सभागार में आयोजित पत्रकार वार्ता में कांग्रेस महानगर अध्यक्ष अमन गर्ग ने कहा कि मृतकों की संख्या को छुपाया जा रहा है, कई श्रद्धालु अभी भी गंभीर रूप से घायल हैं। अस्पतालों में जिंदगी और मौत से जूझ रहे हैं। यह घटना पूरी तरह से प्रशासन की असफलता और सरकार की लापरवाही का परिणाम है। श्रवण मास शिवरात्रि के बाद का प्रथम शनिवार और रविवार हरिद्वार में अधिक भीड़ का समय होता है। फिर भी कोई पुख्ता तैयारी नहीं की गई।

सीढ़ी वाले रास्ते को भीड़ बढ़ने पर हमेशा वन-वे कर दिया जाता है, लेकिन कल दोनों ओर से आवाजाही चालू रखी गई, जिससे अफरा-तफरी मच गई। जब प्रशासन मौके पर देर से पहुंचा, तब स्थानीय निवासियों ने रेस्क्यू और बचाव कार्य में सहयोग दिया।

उन्होंने हाईकोर्ट के सिटिंग जज की निगरानी में इस पूरे मामले की न्यायिक जांच कराने, हादसे के लिए जिम्मेदार अधिकारियों और दोषियों पर कड़ी कार्रवाई किए जाने, मृतकों के परिजनों को 1 करोड़ रुपये का मुआवजा देने, हरिद्वार और अन्य धार्मिक स्थलों के लिए भीड़ प्रबंधन की स्थायी एवं ठोस नीति बनाई जाए, मृतकों की वास्तविक संख्या सार्वजनिक की जाए, हादसे की पूरी सच्चाई जनता के सामने लाए जाने की मांग की है।

वार्ता में मुरली मनोहर, संतोष चौहान, वरुण बलियान, मनोज सैनी, राम यश सिंह, दीपक टंडन, पूर्व पार्षद राजीव भार्गव आदि मौजूद रहे।

(Udaipur Kiran) / डॉ.रजनीकांत शुक्ला

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