

उदयपुर, 10 सितंबर (Udaipur Kiran) । उदयपुर का उद्योग जगत अमेरिकी टैरिफ प्रतिबंधों से उपजी परिस्थितियों से उभरने तथा विकसित भारत के संकल्प को साकार करने में पूरे भारत को राह दिखा रहा है।
यह विचार उद्योग विशेषज्ञ, लघु उद्योग भारती के वरिष्ठ पदाधिकारी मनोज जोशी ने विद्या भवन पॉलिटेक्निक, सरस्वती मेकेट्रॉनिक्स सेंटर में आयोजित कार्यक्रम में व्यक्त किए। मेकेट्रॉनिक्स सेंटर में बुधवार को आयोजित प्रशिक्षण समापन समारोह में जोशी ने कहा कि स्मार्ट मीटरिंग प्रणाली, मीटर टेस्टिंग तकनीकी, हाई टेंप्रेचर हीटिंग मशीनरी, पीवीसी प्री फेब्रिकेटेड बिल्डिंग, मार्बल प्रोसेसिंग मशीनरी, माइनिंग न्यूमेटिक व्हीकल इत्यादि तकनीकों व उत्पादों में उदयपुर एक बड़ा निर्यातक है। उदयपुर स्व तथा नवाचारी उद्यमशीलता का एक रोल मॉडल है।
जोशी ने कहा कि भारत अब एक उत्पादक देश से निर्यातक देश की ओर अग्रसर है। सेमीकंडक्टर चिप बनाकर भारत ने यह साबित कर दिया है कि भारत की स्वदेशी तकनीकें विश्व स्तरीय हैं। उन्होंने कहा कि मेकेट्रॉनिक्स तकनीक को सीख युवा वर्ग स्वावलंबी भारत के निर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं।
कार्यक्रम में लेंक्सेस इंडिया लिमिटेड के उपाध्यक्ष यूपी श्रीगणेश ने कहा कि मेकेट्रोनिक्स तकनीक को सीख युवा वर्ग देश की सामाजिक आर्थिक प्रगति में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाए।
उद्योग विभाग के पूर्व महाप्रबंधक तेजेंद्र मारवाह ने कहा कि प्रथम पीढ़ी के उद्योगपतियों की उदयपुर में एक बड़ी सूची है जो प्रेरणादायी है। प्राचार्य डॉ अनिल मेहता ने नैतिक उद्यमशीलता पर विचार रखे। कार्यक्रम का संचालन मेकेट्रोनिक्स सेंटर प्रभारी नितिन सनाढ्य ने किया। धन्यवाद इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग विभागाध्यक्ष प्रकाश सुंदरम ने ज्ञापित किया।
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(Udaipur Kiran) / सुनीता
