
इंफाल, 28 सितंबर (Udaipur Kiran News) । मणिपुर पुलिस ने मादक पदार्थ निपटान अभियान चलाया। इसके तहत इंफाल पश्चिम के लामडेंग स्थित शिजा कॉमन बायोमेडिकल वेस्ट ट्रीटमेंट फैसिलिटी में भारी मात्रा में मादक पदार्थों को नष्ट किया गया।
मणिपुर पुलिस ने सोशल मीडिया पर बताया कि 27 सितंबर को एक विशेष अभियान चलाते हुए मादक पदार्थ को नष्ट किया गया। जिसमें जब्त किए गए मादक पदार्थों में 6 किलोग्राम हेरोइन पाउडर, 87 किलोग्राम ब्राउन शुगर, 22 किलोग्राम डब्ल्यूवाई (मेथामफेटामाइन) टैबलेट, 36 किलोग्राम स्यूडोएफेड्रिन, 182 किलोग्राम गांजा और थोड़ी मात्रा में एसपी कैप्सूल शामिल थे।
बता दें कि, स्यूडोएफेड्रिन का उपयोग सामान्य सर्दी, साइनसाइटिस, हे फीवर और अन्य श्वसन संबंधी एलर्जी के कारण होने वाली नाक या साइनस की जकड़न को कम करने के लिए किया जाता है। साथ ही कान की सूजन या संक्रमण के कारण होने वाली कान की जकड़न को कम करने के लिए भी किया जाता है। वहीं, मेथमफेटामाइन एक शक्तिशाली और उत्तेजक नशीला पदार्थ है, जो लोगों के सेंट्रल नर्वस सिस्टम को प्रभावित करता है। मेथमफेटामाइन रासायनिक रूप से एम्फ़ैटेमिन (ड्रग) के समान है।
नष्ट किये गये मादक पदार्थ विभिन्न जिला पुलिस इकाइयों, नारकोटिक्स एंड अफेयर्स ऑफ बॉर्डर (एनएबी) और अन्य सुरक्षा एजेंसियों द्वारा चलाए गए अभियानों में बरामद की गई थी।
पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) राजीव सिंह ने वरिष्ठ अधिकारियों के साथ मिलकर इस निपटान प्रक्रिया की निगरानी की। उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुए, सिंह ने नशामुक्त मणिपुर के प्रति विभाग की प्रतिबद्धता दोहराई और मादक पदार्थ विरोधी अभियानों में लगे पुलिसकर्मियों के अथक प्रयासों की प्रशंसा की।
उन्होंने तस्करी नेटवर्क से निपटने में अधिकारियों के सामने आने वाले व्यक्तिगत जोखिमों को स्वीकार किया और नागरिकों से ड्रग्स तस्कर और तस्करों के बारे में जानकारी साझा करके कानून प्रवर्तन एजेंसियों की सहायता करने का आग्रह किया।
कार्यक्रम के बाद, डीजीपी ने लामशांग पुलिस स्टेशन का दौरा किया, जहां उन्होंने महिला कर्मियों, कमांडो, मणिपुर राइफल्स/इंडिया रिजर्व बटालियन के कर्मचारियों और लामशांग क्षेत्राधिकार के अंतर्गत चौकियों पर तैनात केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बलों के अधिकारियों से बातचीत की। ——————–
(Udaipur Kiran) / अरविन्द राय
