
मंदसौर, 10 सितंबर (Udaipur Kiran) । राष्ट्रीय एड्स नियंत्रण संगठन, भारत सरकार एवं मध्यप्रदेश राज्य एड्स नियंत्रण समिति के निदेर्शानुसार जिले में एचआईवी/एड्स की रोकथाम हेतु व्यापक प्रचार-प्रसार और जनजागरूकता अभियान चलाया जा रहा है। यह अभियान 12 अगस्त से 12 अक्टूबर तक संचालित होगा।
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. गोविंद सिंह चौहान ने बुधवार को बताया कि एचआईवी/एड्स एक गंभीर लेकिन रोके जाने योग्य बीमारी है। असुरक्षित यौन संबंध, संक्रमित रक्त चढ़ाने, संक्रमित सुई या सिरिंज के उपयोग तथा गर्भवती महिला से शिशु तक यह संक्रमण फैल सकता है। शुरूआत में इसके लक्षण स्पष्ट रूप से दिखाई नहीं देते, इसलिए समय-समय पर जांच कराना बेहद आवश्यक है। डॉ. निशांत शर्मा, नोडल अधिकारी, जिला एड्स नियंत्रण समिति ने जानकारी दी कि एचआईवी संक्रमण का उपचार एंटी-रेट्रोवायरल थेरेपी से संभव है। इसके जरिए संक्रमित व्यक्ति लंबा और स्वस्थ जीवन जी सकता है। उन्होंने कहा कि एड्स से बचाव के लिए सुरक्षित जीवनशैली अपनाना, जांच करवाना और जागरूक रहना सबसे जरूरी है।
जागरूकता अभियान के अंतर्गत स्कूल स्तर पर विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं, जिनमें निबंध लेखन, प्रश्नोत्तरी, वाद-विवाद प्रतियोगिताएं तथा छात्रों को एचआईवी/एड्स से संबंधित जानकारी दी जा रही है। स्वास्थ्य विभाग द्वारा विभिन्न माध्यमों से लोगों तक संदेश पहुँचाया जा रहा है कि ह्लएड्स से बचाव ही सबसे बेहतर इलाज है।
—————
(Udaipur Kiran) / अशोक झलोया
