
कोलकाता, 01 जुलाई (Udaipur Kiran) । कोलकाता के लॉ कॉलेज में 24 वर्षीय छात्रा से हुए सामूहिक दुष्कर्म के मामले में पश्चिम बंगाल की राजनीति और भी गरमा गई है। ममता बनर्जी सरकार में सिंचाई और जलमार्ग मंत्री डॉ. मानस रंजन भुइयां ने इस मामले को छोटी घटना बताया है।
डॉक्टर्स डे के अवसर पर कोलकाता मेडिकल कॉलेज में आयोजित कार्यक्रम में डॉ. भुइयां ने साउथ कोलकाता लॉ कॉलेज में हुए गैंगरेप की घटना को तवज्जो न देते हुए कहा कि कोई भी छोटी-मोटी घटना होती है तो कुछ लोग ऐसे रोने लगते हैं, जैसे कोई प्रलय आ गया हो। उन्होंने यह भी कहा कि हमारे लोगों को पहलगाम में मारा गया लेकिन अभी तक किसी को पकड़ा नहीं गया, फिर भी भाजपा सिर्फ बंगाल को ही निशाना बनाती है।
उन्होंने यह तक कह डाला कि परिवारों में भी ऐसी घटनाएं होती रहती हैं, जैसे— पति ने पत्नी को मार डाला या पत्नी ने प्रेमी के साथ मिलकर पति को धक्का दे दिया।
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मीडिया पर तोड़-मरोड़ कर पेश करने का आरोप
बयान पर तीखी प्रतिक्रिया मिलने के बाद मंत्री ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर सफाई दी कि उनके शब्दों को गलत तरीके से पेश किया गया है। उन्होंने कहा, “मैंने कहीं नहीं कहा कि यह कसबा या लॉ कॉलेज की घटना है। मेरे बयान को जानबूझकर उससे जोड़ा गया है।” साथ ही उन्होंने चेतावनी दी कि ज़रूरत पड़ने पर वह कानूनी कदम उठाएंगे।
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भाजपा का हमला— ‘ममता की चुप्पी ने बढ़ाया नेताओं का दुस्साहस’
भाजपा आईटी सेल प्रमुख और बंगाल के सह प्रभारी अमित मालवीय ने मंत्री के बयान पर कड़ा प्रहार किया। उन्होंने कहा कि जब देश एक छात्रा के साथ हुई बर्बरता से दहल उठा है, तब तृणमूल नेता ममता बनर्जी की कृपा पाने के लिए इस कांड को हल्का बना रहे हैं।
उन्होंने तृणमूल विधायक मदन मित्रा और सांसद कल्याण बनर्जी के बयानों का भी उल्लेख किया, जिनमें पीड़िता की किस्मत को दोषी ठहराया गया और सामूहिक दुष्कर्म को ‘महत्वहीन’ बताया गया था। मालवीय ने आरोप लगाया कि ममता सरकार ने स्त्री-द्वेष को संस्थागत रूप दे दिया है।
भाजपा ने यह भी आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की चुप्पी से ऐसे नेता और मंत्री बेलगाम हो गए हैं।
(Udaipur Kiran) / ओम पराशर
