
कोलकाता, 28 अगस्त (Udaipur Kiran) । तृणमूल कांग्रेस प्रमुख और पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने गुरुवार को केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह और चुनाव आयोग पर तीखा हमला बोला। उन्होंने अमित शाह पर वंशवाद का आरोप लगाते हुए कहा कि भाजपा बार-बार टीएमसी पर परिवारवाद का आरोप लगाती है, लेकिन शाह के बेटे अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) जैसे बड़े पद पर हैं जहां हजारों करोड़ रुपये का लेनदेन होता है।
ममता ने चुनाव आयोग पर भी निशाना साधते हुए कहा कि आयोग भाजपा के इशारे पर काम कर रहा है और उसके जरिए राज्य के अफसरों व पुलिस अधिकारियों को धमकाया जा रहा है। उन्होंने चेतावनी दी की, अगर हमें मजबूर किया गया तो हम चुनाव आयोग की भ्रष्ट गतिविधियों और भाजपा की मिलीभगत का पर्दाफाश करेंगे।
मुख्यमंत्री ने यह भी आरोप लगाया कि भाजपा बंगाल में लोगों के वोटिंग अधिकार छीनने की साजिश कर रही है। उनके अनुसार, भाजपा ने 500 से अधिक टीमें बंगाल भेजी हैं जो घर-घर सर्वे कर मतदाता सूची से नाम काटने की योजना बना रही हैं। उन्होंने लोगों से अपील की कि वे ऐसे सर्वे में अपनी जानकारी न दें और सीधे मतदान केंद्रों में जाकर अपने आधार कार्ड समेत जरूरी दस्तावेज दुरुस्त रखें।
ममता बनर्जी ने चुनाव आयोग की स्पेशल इंटेंसिव रिवीजन (एसआईआर) प्रक्रिया को “पीछे के दरवाजे से एनआरसी लागू करने की कोशिश” बताया। उन्होंने कहा कि, मैं चुनाव आयोग का सम्मान करती हूं, लेकिन अगर वह किसी पार्टी के पक्ष में लॉलीपॉप की तरह काम करेगा तो जनता इसे बर्दाश्त नहीं करेगी।
उन्होंने भाजपा पर बंगालियों का अपमान करने का भी आरोप लगाया। ममता ने कहा, “आप गरीब प्रवासी मजदूरों को ‘बांग्लादेशी’ कहते हैं, लेकिन मेरे लिए वही सबसे बड़ी ताकत हैं। मैं जात-पात में नहीं, इंसानियत में विश्वास करती हूं।” उन्होंने महाराष्ट्र में हाबरा के एक प्रवासी मजदूर की हत्या का जिक्र करते हुए भाजपा पर चुप्पी साधने का आरोप लगाया।
भाजपा पर इतिहास से छेड़छाड़ करने का आरोप लगाते हुए उन्होंने कहा कि बंगालियों की आजादी की लड़ाई में अहम भूमिका रही है। मुख्यमंत्री ने कहा कि, अगर बांग्ला भाषा नहीं होती तो राष्ट्रगान और राष्ट्रीय गीत किस भाषा में लिखे जाते? अब भाजपा बंगाल को बदनाम करने के लिए फिल्मों में भी फंडिंग कर रही है।
केंद्र सरकार पर हमला करते हुए ममता ने कहा कि राजनीतिक द्वेष के चलते पश्चिम बंगाल के मनरेगा, आवास और ग्रामीण सड़क परियोजनाओं जैसी प्रमुख योजनाओं की निधि रोक दी गई है। उन्होंने चुनौती दी, जब तक मैं ज़िंदा हूं, एनआरसी लागू कर लोगों के वोटिंग अधिकार छीनने नहीं दूंगी।
ममता ने केंद्र की भाजपा सरकार पर आरोप लगाया कि केंद्रीय एजेंसियों का दुरुपयोग विपक्ष को दबाने के लिए किया जा रहा है। उन्होंने वाम दलों पर भी भाजपा से सांठगांठ करने का आरोप लगाया और केरल की वाम सरकार द्वारा नेताजी सुभाष चंद्र बोस को लेकर दिए गए बयान की निंदा की।
अपने भाषण में उन्होंने भर्ती प्रक्रिया और कॉलेजों में दाखिले में हुई देरी पर खेद जताया, लेकिन इसके लिए न्यायालय में लंबित मामलों को जिम्मेदार ठहराया। ————————
(Udaipur Kiran) / ओम पराशर
