Uttar Pradesh

ठोस कार्ययोजना बना कर हर पात्र का बनाएं आयुष्मान कार्ड, दिलाएं योजना का लाभ

सीएमओ डॉ राजेश झा ने आयुष्मान मित्रों के साथ की बैठक

गोरखपुर, 19 जून (Udaipur Kiran) । जिले के सीएमओ डॉ राजेश झा ने आयुष्मान मित्रों से कहा है कि वह ठोस कार्ययोजना तैयार कर हर पात्र का आयुष्मान कार्ड बनाएं और अधिकाधिक लोगों को योजना का लाभ दिलाएं। अपने कार्यालय में बृहस्पतिवार को योजना की जिला स्तरीय टीम और आयुष्मान मित्रों की बैठक में सीएमओ ने योजना और कार्ड के लाभ के बारे में भी प्रचार प्रसार करने को कहा। उन्होंने बैठक के दौरान कहा कि एक रोस्टर के अनुसार आयुष्मान कार्ड बनवाने के लिए अभियान चलाया जाए और उन क्षेत्रों व गांवों में विशेष जोर हो जहां सबसे कम आयुष्मान कार्ड बने हैं। उन्होंने सत्तर वर्ष व उससे अधिक उम्र के बुजुर्गों के कार्ड के लिए विशेष प्रयास करने को कहा। उन्होंने बताया कि तेईस जून से सभी तेईस नगरीय प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र क्षेत्रों में आयुष्मान कार्ड बनाने के लिए विशेष शिविर लगाए जाने शुरू होंगे। साथ ही उन गांवों में भी कैम्प लगने शुरू होंगे जहां कम आयुष्मान कार्ड बने हैं।

सीएमओ डॉ झा ने कहा कि समुदाय तक यह संदेश पहुंचे की जो लोग प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना आयुष्मान भारत और मुख्यमंत्री जन आरोग्य अभियान की पात्रता सूची में शामिल हैं उन्हीं का आयुष्मान कार्ड बनाया जाता है। साथ ही सत्तर वर्ष व उससे अधिक उम्र के सभी बुजुर्गों का सिर्फ आधार कार्ड की मदद से आयुष्मान कार्ड बनाया जा रहा है। जिन लाभार्थी परिवारों के पास यह कार्ड होता है उन परिवारों को एक साल में पांच लाख रुपये तक प्रति परिवार इलाज की सुविधा दी जाती है। इलाज के लिए भर्ती कराए जाने के बाद ही इसे प्राप्त कर सकते हैं। जो लोग योजना की पात्रता सूची में नहीं हैं उनका कार्ड नहीं बनता है। योजना के टोल फ्री नंबर 14555 पर सम्पर्क कर खुद की पात्रता के बारे में पता लगाया जा सकता है और योजना संबंधित अतिरिक्त जानकारी भी प्राप्त कर सकते हैं।

सीएमओ ने बताया कि सभी क्षेत्रों में आशा कार्यकर्ताओं और अन्य प्रचार माध्यमों के जरिये से आयुष्मान भारत योजना और आयुष्मान कार्ड की महत्ता के बारे में प्रचार प्रसार कराया जाएगा। लोगों तक यह संदेश पहुंचाया जाएगा कि आयुष्मान कार्ड पहले से उपलब्ध रहने पर योजना के तहत सम्बद्ध अस्पताल में भर्ती होकर इलाज करवाने में आसानी रहती है। इससे प्रक्रियागत समय बचता है और कैशलेश इलाज की सुविधा मिल जाती है। योजना के तहत सरकारी अस्पतालों के साथ साथ निजी अस्पताल भी सम्बद्ध हैं। डॉ झा ने बताया कि नोडल अधिकारी डॉ अनिल सिंह और उनकी टीम जिला स्तर पर समन्वय बना कर अधिकाधिक पात्रों तक लाभ पहुंचाएगी। बैठक में योजना की डीपीसी डॉ संचिता मल्ल, जिला स्तरीय टीम से विनय पांडेय, शशांक और जिले भर के आयुष्मान मित्र शामिल हुए।

सत्तर वर्ष से अधिक उम्र वाले लाभार्थियों पर जोर

सीएमओ ने बताया कि अभियान के दौरान सत्तर वर्ष और उससे अधिक उम्र के लोगों का आयुष्मान कार्ड बनाने पर विशेष जोर होगा। जिले में इस आयु वर्ग की अनुमानित आबादी करीब एक लाख तीस हजार है, जबकि करीब बत्तीस हजार कार्ड बने हैं। योजना के तहत एक सौ इक्यानवे निजी अस्पताल और नब्बे सरकारी अस्पताल जिले में सम्बद्ध हैं। कार्डधारक देश के किसी भी सम्बद्ध सरकारी या निजी अस्पताल में इलाज करवा सकते हैं।

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(Udaipur Kiran) / प्रिंस पाण्डेय

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