
जबलपुर, 27 अक्टूबर (Udaipur Kiran) । सिहोरा वन परिक्षेत्र के घुघरा जंगल में निसर्ग इस्पात प्राइवेट लिमिटेड के मालिक महेंद्र गोयनका की जमीन में तेंदुआ और जंगली सूअर के शव जमीन में दफन मिलने के बाद सियासी आरोप शुरू हो गए हैं। इस मामले में अब जमीन मालिक महेंद्र गोयनका ने भाजपा विधायक संजय पाठक पर गंभीर आरोप लगाए हैं। महेंद्र गोयनका ने एक वीडियो जारी कर कहा कि यह पूरी कार्रवाई संजय पाठक के इशारे पर की जा रही है। मैं पिछले तीन साल से जबलपुर नहीं गया हूं, फिर भी मेरे खिलाफ झूठी कहानी बनाई जा रही है। यह सब एक सुनियोजित राजनीतिक षड्यंत्र है। गोयनका ने मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव को पत्र लिखकर इस पूरे मामले की निष्पक्ष जांच की मांग की है। उन्होंने कहा कि सच सामने लाने के लिए उच्च स्तरीय जांच जरूरी है।
उल्लेखनीय है कि करीब 250 एकड़ में फैली जमीन के कुछ हिस्सों में बने फॉर्म हाउस से अब तक 5 जंगली जानवरों के शव बरामद किए जा चुके हैं। जबलपुर के वन मंडलाधिकारी ऋषि मिश्र ने बताया कि सर्चिंग जारी है, संख्या और बढ़ सकती है। मामले की जांच अब टाइगर स्ट्राइक फोर्स को सौंप दी गई है। टीम ने अब तक तीन लोगों को गिरफ्तार किया है, जबकि वन विभाग के दो कर्मचारियों को लापरवाही बरतने पर निलंबित कर दिया गया है।
गोयनका ने सवाल उठाया कि सिहोरा क्षेत्र में कभी तेंदुए देखे ही नहीं गए, तो फिर वहां उनका शिकार कैसे हो सकता है? संभव है कि कुछ कर्मचारी विधायक के दबाव में आकर शवों को वहां फेंक गए हों। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार को इस मामले में पारदर्शी जांच करानी चाहिए, ताकि सच सामने आ सके और निर्दोषों को फंसाने की कोशिशें न हों।
उल्लेखनीय है कि विधायक संजय पाठक और गोयनका का व्यवसायिक विवाद पूर्व में भी चर्चा में रहा है। वीडियो के बाद अब जांच में तेजी आने की संभावना बढ़ गयी है।
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(Udaipur Kiran) / विलोक पाठक