
गुवाहाटी, 3 जुलाई (Udaipur Kiran) ।विश्वविख्यात शक्तिपीठ कामाख्या धाम में बुधवार को महाराष्ट्र के चर्चित स्वर्ण पुरुष — सनी वाघचौरे और संजय गुजर अपने परिवार सहित मां का आशीष लेने कामाख्या धाम पहुंचे। सोने से लदे इन युवकों ने मंदिर परिसर में उपस्थित श्रद्धालुओं तथा स्थानीय जनों का ध्यान सहज ही अपनी ओर खींच लिया।
ये स्वर्ण पुरुष सम्पूर्ण भारत में अपनी बेशकीमती स्वर्णाभूषणों के लिए विख्यात हैं। करोड़ों रुपये मूल्य के सोने की मालाएं, कड़े, अंगुठियां एवं अन्य आभूषण पहने दोनों युवक जहां भी जाते हैं, वहां चर्चा का विषय बन जाते हैं। मां कामाख्या के पावन दरबार में उपस्थित होकर उन्होंने विधिपूर्वक पूजा-अर्चना की तथा जीवन की शांति एवं समृद्धि की कामना की।
दोनों युवकों ने बताया कि उन्हें बचपन से ही स्वर्णाभूषण पहनने की अत्यधिक रुचि रही है, जो आज उनकी विशेष पहचान बन चुकी है। शक्तिपीठ कामाख्या के प्रति अपनी श्रद्धा प्रकट करते हुए उन्होंने कहा कि असम की सांस्कृतिक विरासत, प्राकृतिक सौंदर्य तथा यहां के लोगों की आत्मीयता उन्हें अत्यंत भावविभोर करती है।
मंदिर परिसर में उनकी उपस्थिति न केवल श्रद्धालुओं के बीच कौतूहल का विषय बनी रही, बल्कि यह सामाजिक माध्यमों (सोशल मीडिया) पर भी तीव्र गति से प्रसारित हो रहा है। असमवासियों ने भी इस भव्यता और धार्मिक समर्पण का खुले हृदय से स्वागत किया।
महाराष्ट्र के ये स्वर्ण पुरुष कामाख्या धाम में आकर न केवल आध्यात्मिक भक्ति में लीन हुए, बल्कि असम एवं असमिया जनमानस की सराहना में भी प्रशंसा के पुल बांधते दिखाई दिए।
(Udaipur Kiran) / देबजानी पतिकर
