
–हमें अपनी संस्कृति का बोध और गर्व करना होगा : आरिफ मो. खान–डॉ उदय प्रताप सिंह ने राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान को शिक्षा महा सम्मान से किया सम्मानित
प्रयागराज, 27 जुलाई (Udaipur Kiran) । पं महामना मदनमोहन मालवीय भारतीय संस्कृति और शैक्षिक चेतना के सम्वाहक थे। उनका जीवन महान एवं व्यापक है। वह जो तय कर लेते थे उसे प्राप्त करने में अपनी पूरी शक्ति लगा देते थे और प्राप्त भी कर लेते थे। उन्होंने भारत की संस्कृति को जागृत करने का कार्य किया और स्वाधीनता आंदोलन में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
यह बातें बतौर मुख्य अतिथि राज्यपाल बिहार आरिफ मोहम्मद खान ने रविवार को ठाकुर हरनारायण सिंह ग्रुप आफ कॉलेज और सरोकार कृति संस्थान के संयुक्त तत्वावधान में पं महामना मदनमोहन मालवीय के जीवन चरित्र पर आधारित वैचारिक संगोष्ठी एवं सम्मान समारोह में सम्बोधित करते हुए कही।
एच एन सिंह ग्रुप कॉलेज में आयोजित समारोह में उन्होंने कहा कि मालवीय जी ने भारतीय संस्कृति को बढ़ावा दिया और समाज हित के लिए शिक्षा के क्षेत्र में उनका उत्कृष्ट योगदान रहा। उन्होंने कहा कि हमें पंडित महामना मदनमोहन मालवीय के विचारों को अपने जीवन में आत्मसात करना होगा। अपनी संस्कृति का बोध करना होगा और अपनी संस्कृति पर गर्व करना होगा, जो मानव सेवा को माधव सेवा से जोड़ती है। और वसुधैव कुटुम्बकम् के मूल मंत्र को धारण करती है। उन्होंने कहा सम्पूर्ण विश्व में सिर्फ भारत के पास ही देश दुनिया को देने के लिए वैचारिक संदेश है जो जीवन जीने का संदेश देती है।
कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि काशी हिंदू विश्वविद्यालय के पूर्व कुलपति प्रोफेसर गिरीश चंद्र त्रिपाठी ने कहा कि मालवीय जी नवयुग के निर्माता हैं। सांस्कृतिक चेतना को लेकर आगे बढ़े और काशी हिंदू विश्वविद्यालय को सर्व विद्या एवं ब्रह्म विद्या की राजधानी बनाया। इस अवसर पर इलाहाबाद विश्वविद्यालय के प्रोफेसर चितरंजन कुमार, प्रोफेसर धनंजय चोपड़ा, महापौर गणेश केसरवानी ने भी मालवीय जी के जीवन पर प्रकाश डाला।
इस अवसर पर ठाकुर हर नारायण सिंह ग्रुप का कॉलेज के डायरेक्टर डॉ उदय प्रताप सिंह ने राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान को महा शिक्षा स्मृति चिन्ह से सम्मानित किया। कहा शिक्षा जगत के क्षेत्र में हमें पंडित मदन मोहन मालवीय के विचारों को लेकर आगे बढ़ाना है। इस अवसर पर राज्यपाल ने कुम्भ संकलन पुस्तिका का विमोचन भी किया और संगीत कला से जुड़े कलाकारों को महा संगीत सेवा से सम्मानित किया गया।
इस दौरान क्षेत्रीय अभिलेखागार विभाग द्वारा मालवीय जी के जीवन पर आधारित अभिलेख एवं चित्र प्रदर्शनी लगाई गई। कार्यक्रम के संयोजक सरोकार कृति संस्थान के संस्थापक कमल किशोर रहे एवं संचालन उत्कर्ष मालवीय ने किया। इस अवसर पर अभिषेक ठाकुर, राजेश केसरवानी, अभिलाष केसरवानी एवं कृति सामाजिक सरोकार संस्था के पदाधिकारी एवं ठाकुर हरनारायण सिंह ग्रुप आफ कॉलेज के अध्यापकगण उपस्थित रहे।
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(Udaipur Kiran) / विद्याकांत मिश्र
