
– प्रदेश के 544 शासकीय शिक्षण संस्थानों (विश्वविद्यालय/महाविद्यालय) के विद्यार्थियों को मिल रही है ई-लाइब्रेरी की सुविधा
-उच्च शिक्षा विभाग ने कराया ई-ग्रंथालय लाइब्रेरी का निर्माण
भोपाल, 24 अक्टूबर (Udaipur Kiran) । मध्य प्रदेश उच्च शिक्षा विभाग तकनीकी नवाचार और डिजिटल क्रांति की दिशा में निरंतर आगे बढ़ रहा है। प्रदेश के 544 शासकीय महाविद्यालयों/विश्वविद्यालयों की लाइब्रेरियों का डिजिटलीकरण कर उन्हें ई-ग्रंथालय बनाया गया है। अब विद्यार्थी ई-लाइब्रेरी के माध्यम से ऑनलाइन किताबें नि:शुल्क पढ़ सकते हैं। प्रत्येक महाविद्यालय की लाइब्रेरी को राज्य स्तरीय डिजिटल नेटवर्क से जोड़ा गया है, जिससे ग्रामीण और शहरी दोनों क्षेत्रों के विद्यार्थियों को समान रूप से अध्ययन सामग्री उपलब्ध हो रही है।
विश्वविद्यालय कलस्टर वार तैयार हुआ ई-ग्रंथालय
जनसंपर्क अधिकारी राजेश दाहिमा ने शुक्रवार को बताया कि उच्च शिक्षा विभाग द्वारा ई-ग्रंथालय को विश्वविद्यालय कलस्टर वार तैयार कराया गया है। इसके लिए सबसे पहले प्रत्येक विश्वविद्यालय का क्लस्टर तैयार किया गया, फिर उसके अंतर्गत आने वाले सभी शासकीय महाविद्यालयों की लाइब्रेरी को एकीकृत कर ई-ग्रंथालय का स्वरूप दिया गया। विद्यार्थी अब अपने विश्वविद्यालय के ई-ग्रंथालय पोर्टल पर जाकर आसानी से विषयवार पुस्तकों की पढ़ाई कर सकते हैं।
रजिस्ट्रेशन के बाद मिलेगी ई-ग्रंथालय की सुविधा
विद्यार्थियों को ई-ग्रंथालय के माध्यम से ऑनलाइन किताबें पढ़ने के लिए सबसे पहले अपने महाविद्यालय में रजिस्ट्रेशन कराना होगा। रजिस्ट्रेशन के बाद महाविद्यालय द्वारा विद्यार्थी के ईमेल पर ऑटो-जनरेटेड आईडी और पासवर्ड भेजा जाएगा। इसके बाद विद्यार्थी लॉगिन कर ई-बुक्स का लाभ ले सकेंगे।
32 लाख से अधिक पुस्तकें ई-ग्रंथालय में हैं उपलब्ध
प्रदेश के 544 शासकीय शिक्षण संस्थानों (विश्वविद्यालयों/ महाविद्यालयों) में ई-ग्रंथालय से विद्यार्थियों को ऑनलाइन पढ़ाई की सुविधा मिल रही है। करीब 10 लाख से अधिक विद्यार्थियों ने ई-ग्रंथालय पर रजिस्ट्रेशन है। इसमें लगभग 32 लाख से अधिक पुस्तकें ई-ग्रंथालय पर उपलब्ध है।
डिजिटल शिक्षा की दिशा में बड़ा कदम
ई-लाइब्रेरी व्यवस्था से अब प्रदेश के लाखों विद्यार्थियों को कभी भी, कहीं से भी पढ़ाई करने की सुविधा मिल रही है। यह कदम मध्यप्रदेश को डिजिटल शिक्षा और स्मार्ट लर्निंग की दिशा में एक नया आयाम दे रहा है।
अपर मुख्य सचिव उच्च शिक्षा विभाग अनुपम राजन और आयुक्त उच्च शिक्षा प्रबल ने बताया कि शासकीय महाविद्यालय में अध्ययनरत विद्यार्थियों को बेहतर शिक्षा उपलब्ध कराने के उद्देश्य से उच्च शिक्षा विभाग द्वारा ई-ग्रंथालय के माध्यम से ऑनलाइन पढ़ाई की नि:शुल्क सुविधा उपलब्ध कराई जा रही है। प्रदेश के सभी शासकीय महाविद्यालय में अध्यनरत विद्यार्थियों से अपील है कि सभी विद्यार्थी इसका लाभ उठाएं।
(Udaipur Kiran) / उम्मेद सिंह रावत
