Madhya Pradesh

मप्रः सप्लाई में सुरक्षा चूक से जहरीला हुआ कोल्ड्रिफ सिरप, इसके सेवन से हुई थी 24 बच्चों की मौत

कफ सिरप (फाइल फोटो)

छिंदवाड़ा, 22 नवंबर (Udaipur Kiran) । मध्य प्रदेश में जहरीले कोल्ड्रिफ कफ सीरप के सेवन के बाद किडनी फेल होने से हुई 24 बच्चों की मौत के मामले में एसआईटी ने शनिवार को भी आरोपित पांड्या केमिकल कंपनी के मालिक शैलेष पांड्या से पूछताछ की, इसमें अहम सुराग मिले हैं। पूछताछ में पता चला कि कोल्ड्रिफ कफ सीरप बनाने वाली कंपनी श्रीसन फार्मास्यूटिकल्स तमिलनाडु ने पांड्या केमिकल को 50 किलोग्राम डाय-एथिलीन ग्लाइकाल (डीईजी) का ऑर्डर किया था। कंपनी 215 किलोग्राम के फार्मा ग्रेड के पैक में डीईजी की सप्लाई करती है। जल्दबाजी में उसने इंडस्ट्रियल ग्रेड का लूज माल सप्लाई कर दिया। इसके कारण ही कोल्ड्रिफ कफ सीरप में 48.6 प्रतिशत डाय-एथिलीन ग्लाइकाल नामक विषैला रसायन मौजूद था, जो कि महज 0.48 प्रतिशत ही होना चाहिए था। यही जहरीला रसायन 24 बच्चों की मौत की वजह बना।

एसआईटी चीफ परासिया एसडीओपी जितेंद्र जाट ने बताया कि कफ सीरप में फार्मा ग्रेड की जगह इंडस्ट्रियल ग्रेड के डाय-एथिलीन ग्लाइकाल के उपयोग से यह स्थिति बनी। हैरत की बात यह है कि कंपनी में केमिकल पहुंचाए जाने के बाद जांच नहीं की गई।

उन्होंने बताया कि पांड्या केमिकल के मालिक शैलेष पांड्या को गुरुवार को चेन्नई से गिरफ्तार किया गया था। वह तीन दिन की पुलिस रिमांड पर है। एसआईटी पता लगा रही है कि कंपनी ने यह केमिकल कहां से खरीदा और किस-किसे बेचा। रॉ मटेरियल सप्लाई के दस्तावेजों की पड़ताल की जा रही है।

(Udaipur Kiran) तोमर