Madhya Pradesh

मप्रः विदिशा जिले के निष्क्रिय खातों में पड़े हैं लगभग 47 करोड़ रुपये

विदिशा जिले में  महत्वपूर्ण बैठक आयोजित

विदिशा, 29 नवंबर (Udaipur Kiran) । भारतीय रिज़र्व बैंक (आरबीआई) के निर्देशानुसार “आपकी पूंजी आपका अधिकार” अभियान के प्रभावी क्रियान्वयन के लिए शनिवार को मध्य प्रदेश के विदिशा जिले में एक महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की गई। यह बैठक भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) के संयोजन, जिला प्रशासन के मार्गदर्शन तथा अतिरिक्त कलेक्टर की अध्यक्षता में संपन्न हुई। बैठक में प्रस्तुत आंकड़ों के अनुसार, जिले के विभिन्न बैंकों में कुल लगभग 47 करोड़ रुपये निष्क्रिय तथा डीफ खातों में पड़े हुए हैं।

लीड बैंक अधिकारी भगवान सिंह वघेल ने इस संबंध में विस्तृत प्रस्तुति देते हुए बताया कि डीफ (DEAF) खातों में राशि 4.79 करोड़ रुपये, संस्थागत खातों में राशि: लगभग 4.97 करोड़ रुपये और निजी खातों में राशि: 37.57 करोड़ रुपये की राशि पड़ी हुई है। ऐसे खातों की कुल संख्या 1,32,056 है।

एडीएम ने सभी विभागों को निर्देशित किया कि वे संबंधित बैंक शाखाओं से समन्वय स्थापित कर निष्क्रिय खातों को सक्रिय (Activate) कराने की प्रक्रिया तेज करें। साथ ही यह भी निर्देशित किया गया कि बैंक विभागवार उच्च मूल्य के खातों की सूची तैयार करें। इसे लीड बैंक अधिकारी के माध्यम से संबंधित विभागों और पंचायतों के साथ साझा करें। सचिव एवं जीआरएस की सहायता से खाता धारकों को ढूंढकर खातों के सक्रियण में तेजी लाई जाए।

प्रमुख बैंकों के शीर्ष निष्क्रिय खातों की समीक्षा

बैठक में एसबीआई, यूनियन बैंक, सेंट्रल बैंक और एम.पी. ग्रामीण बैंक के शीर्ष राशि वाले 50 शासकीय, संस्थागत एवं खुदरा (Retail) खातों की समीक्षा की गई।इसमें लोक निर्माण विभाग, जिला पंचायत, राजस्व, सिंचाई, शिक्षा एवं रेशम विभाग जैसे प्रमुख विभागों के DEAF खातों का विवरण साझा किया गया।जिला पंचायत के 10 और कुरवाई विकासखंड के 4, कुल 50 खातों में लगभग 3.50 करोड़ रुपये की राशि निर्गत (Settlement) की गई।

“आपकी पूंजी आपका अधिकार” पत्रिका का विमोचन

इस अवसर पर आरबीआई द्वारा तैयार “आपकी पूंजी आपका अधिकार” पत्रिका का विधिवत विमोचन भी किया गया। जिला अग्रणी बैंक प्रबंधक ने सभी नागरिकों से अनुरोध किया है कि यदि आपका या आपके परिवार के किसी सदस्य का बैंक खाता लंबे समय से बंद/निष्क्रिय है, या खाते में पड़ी राशि पर बहुत समय से कोई लेनदेन नहीं हुआ है,तो तत्काल अपनी बैंक शाखा या संबंधित बीमा कंपनी से संपर्क करें। आवश्यक केवायसी दस्तावेज़ जमा कर खाते को पुनः सक्रिय कर अपनी जमा राशि आसानी से प्राप्त की जा सकती है। अंत मेंअग्रणी बैंक प्रबंधक ने आश्वस्त किया कि जिले के सभी बैंक मिलकर शीघ्र ही अधिक से अधिक निष्क्रिय खातों को सक्रिय करेंगे और नागरिकों की पूंजी उन्हें वापस दिलाने का कार्य प्राथमिकता से करेंगे।

(Udaipur Kiran) तोमर