नाहन, 13 सितंबर (Udaipur Kiran) । इस बार की बरसात ने सिरमाैर जिला के पांवटा साहिब क्षेत्र में भारी तबाही मचाई है। सबसे ज्यादा असर जल शक्ति विभाग की योजनाओं पर पड़ा है, जिसे अकेले 15 करोड़ रुपये से ज्यादा का नुकसान हुआ है। विभाग के अधिशासी अभियंता जितेंदर कुमार के अनुसार लगातार बारिश और नदियों के उफान से दर्जनों पंचायतों की पेयजल पाइप लाइनें टूट गईं और कई सिंचाई योजनाएं पूरी तरह से ठप्प हो गई हैं।
बारिश के कारण यमुना और गिरी नदी का जलस्तर इतना अधिक बढ़ गया कि पंप हाउस तक पानी पहुंचाना मुश्किल हो गया। इसके बावजूद जल शक्ति विभाग के कर्मचारियों ने दिन-रात मेहनत करके अस्थायी इंतजामों के जरिए गांवों तक पेयजल आपूर्ति बहाल कर दी है। लेकिन किसानों के लिए परेशानी अभी खत्म नहीं हुई है।
बारिश के चलते जिन सिंचाई योजनाओं को नुकसान पहुंचा है, उन्हें दुरुस्त करना अब विभाग की सबसे बड़ी चुनौती बन गया है। धान की कटाई के बाद गेहूं की बिजाई का समय नजदीक है, ऐसे में अगर समय पर सिंचाई की व्यवस्था नहीं हुई, तो किसानों को भारी नुकसान उठाना पड़ सकता है।
अधिशासी अभियंता जितेंदर कुमार ने बताया कि विभाग ने इस बार की तबाही से सबक लेते हुए प्रस्ताव भेजा है कि जिन इलाकों में पुरानी और कमजोर पाइपलाइनें हैं, उन्हें हटाकर नई और मजबूत पाइपलाइनें बिछाई जाएं। इस कार्य को समय पर पूरा करना जरूरी है, ताकि भविष्य में ऐसी स्थिति से बचा जा सके।
बरसात ने इस बार पांवटा क्षेत्र को न सिर्फ आर्थिक नुकसान पहुंचाया है, बल्कि ग्रामीणों और किसानों की जीवन रेखा माने जाने वाले पानी और सिंचाई संसाधनों पर भी बड़ा असर डाला है। प्रशासन और विभाग अब इस नुकसान की भरपाई के लिए काम कर रहे हैं, ताकि ग्रामीणों और किसानों को जल्द राहत मिल सके।
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(Udaipur Kiran) / जितेंद्र ठाकुर
