
धमतरी, 16 सितंबर (Udaipur Kiran) ।निर्माणी श्रमिकों के आराध्य देव भगवान विश्वकर्मा की जयंती शहर-अंचल में उत्साह और उमंग के साथ मनाई जाएगी। इसके लिए समितियों द्वारा व्यापक स्त्र पर तैयारी की गई है। चौक-चाैराहों में मूर्ति स्थापित कर सामूहिक पूजा-अर्चना की जाएगी।
राजमित्री पेटी ठेकेदार श्रमिक संगठन द्वारा इस वर्ष भी घड़ी चौक में भगवान विश्वकर्मा की प्रतिमा स्थापित कर धूमधाम से पूजा-अर्चना की जाएगी। आयोजन को लेकर सभी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं तथा प्रशासन से आवश्यक अनुमति भी प्राप्त हो गई है। संघ के अध्यक्ष तिलक देवांगन ने बताया कि 17 सितंबर, बुधवार को विधि-विधान से भगवान विश्वकर्मा की प्रतिमा की स्थापना की जाएगी। प्रतिमा स्थापना के उपरांत रात्रि में भजन संध्या और विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन होगा। इसमें संगठन के सदस्य, श्रमिक वर्ग और आमजन बड़ी संख्या में शामिल होंगे। मालूम हो कि भगवान विश्वकर्मा को निर्माण और शिल्प कला का देवता माना जाता है। श्रमिक, कारीगर और इंजीनियरिंग से जुड़े लोग विशेष रूप से इस दिन उनकी पूजा-अर्चना कर आशीर्वाद प्राप्त करते हैं। संगठन के पदाधिकारियों ने बताया कि विगत कुछ वर्षों से लगातार भगवान विश्वकर्मा की प्रतिमा स्थापना की परंपरा निभाई जा रही है, जो अब शहर में बड़े उत्सव का रूप ले चुकी है। आयोजन के दौरान कार्य पूरी तरह बंद रहेंगे ताकि सभी श्रमिक और सदस्य श्रद्धापूर्वक पूजा- अर्चना व सांस्कृतिक कार्यक्रमों में भाग ले सकें। संघ ने सभी श्रद्धालुओं और नागरिकों से इस धार्मिक व सांस्कृतिक उत्सव में शामिल होकर आयोजन की शोभा बढ़ाने की अपील की है।
शहर में निकलेगी शोभायात्रा:
18 सितंबर को शोभायात्रा के साथ भगवान विश्वकर्मा की प्रतिमा का विसर्जन किया जाएगा। शोभायात्रा शहर के प्रमुख मार्गों से होते हुए निकलेगी और रुद्री घाट में प्रतिमा विसर्जन संपन्न होगा। आयोजन के दौरान श्रद्धालुओं के लिए भंडारे की व्यवस्था भी की गई है। आयोजन की तैयारी को अंतिम रूप देने में समिति के सदस्य जुटे हुए हैं।
(Udaipur Kiran) / रोशन सिन्हा
