
कानपुर, 30 अक्टूबर (Udaipur Kiran) । उत्तर प्रदेश के कानपुर जनपद में अन्नपूर्णा भवन एक्सप्रेस रोड स्थित गौशाला परिसर में 137वां गोपाष्टमी महोत्सव उत्साह व श्रद्धा के साथ मनाया गया। इस मौके पर कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि छत्रपति शाहू जी महाराज विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो.विनय कुमार पाठक उपस्थित रहे। यह जानकारी गुरूवार को कानपुर गौशाला सोसाइटी प्रबंधन ने दी।
कानपुर गौशाला सोसाइटी प्रबंधन ने बताया कि कार्यक्रम की शुरूआत में महिलाओं ने गायों की पूजा की। इसके बाद गौशाला की बालिका शाखा ने सांस्कृतिक कार्यक्रम भी प्रस्तुत किए गए। जिसने लोगों का मन मोहित किया। इस आयोजन में महिलाओं ने रंग-बिरंगे परिधानों में पूजा थाल लेकर गौ माता की पूजा, आरती और परिक्रमा की। गौशाला की बालिका शाखा ने सांस्कृतिक कार्यक्रम भी प्रस्तुत किए।
मुख्य अतिथि कुलपति प्रो.विनय कुमार पाठक ने कहा कि भगवान कृष्ण ने पर्यावरण संरक्षण और गौ पालन का संदेश दिया था। आज ही के दिन नंद बाबा की अनुमति से बाल कृष्ण ने गौ चराना प्रारंभ किया था, इसी कारण गोपाष्टमी पर्व मनाया जाता है।
महापौर प्रमिला पांडेय ने गोपाष्टमी से जुड़ी धार्मिक कथा सुनते हुए कहा कि राधा रानी भी कृष्ण संग गोचर करना चाहती थीं, इसलिए उन्होंने ग्वाला वेश धारण कर भगवान के साथ वन में प्रवेश किया था।
एमएलसी अरुण पाठक ने बताया कि बाल कृष्ण ने माता यशोदा से कहा कि जब गाय जूती नहीं पहनती तो वह भी जूती नहीं पहनेंगे। श्रीकृष्ण नंगे पांव बांसुरी बजाते हुए गायों के साथ चलते थे।
फर्म्स सोसाइटीज के उप निबंधक पारस नाथ गुप्ता ने कहा कि गोपाष्टमी पर गायों की पूजा श्रीकृष्ण को अत्यंत प्रिय है। उन्होंने लोगों से अपील कि बच्चों को प्रतिदिन भोजन से पहले गौ-ग्रास देने की परंपरा सिखाएं।
महामंत्री पुरुषोत्तम लाल तोषनीवाल ने बताया कि गोपाष्टमी कार्यक्रम लगातार 137 वर्षों से आयोजित हो रहा है। उन्होंने कहा कि जिन घरों में गौ-पूजन होता है, वहां कष्ट दूर रहते हैं।
कार्यक्रम की अध्यक्षता सुरेश गुप्ता ने की तथा संचालन कृष्ण गुप्त बब्बू ने किया। अंत में पूर्व मंत्री विजय पांडे ने सभी गौ भक्तों का आभार व्यक्त किया।
इस मौके पर विजय पांडे, काशी प्रसाद शर्मा, सुशील तुलस्यान, धर्म प्रकाश गुप्ता, नीरज दीक्षित, डॉक्टर दिवाकर मिश्रा, धर्मेंद्र सिंह धर्म एडवोकेट, शेषनारायण त्रिवेदी, अमित गुप्ता पार्षद सहित अनेक गणमान्य उपस्थित रहे।
(Udaipur Kiran) / मो0 महमूद
