Uttar Pradesh

भगवान जगन्नाथ रथयात्रा न केवल श्रद्धा का प्रतीक है, बल्कि सामाजिक समरसता और सांस्कृतिक एकता का जीवंत उदाहरण: जिलाधिकारी

रथयात्रा का जाएज़ा लेते जिलाधिकारी

कानपुर, 26 जून (Udaipur Kiran) । यह परंपरा उत्तर प्रदेश और उड़ीसा के बीच सांस्कृतिक सेतु की तरह है, जिसे प्रशासन पूर्ण सुरक्षा, समन्वय और गरिमा के साथ संपन्न कराने को कटिबद्ध है। यह बातें गुरूवार को जिलाधिकारी जितेंद्र प्रताप सिंह ने भगवान जगन्नाथ रथयात्रा मार्ग का जाएज़ा लेते हुए कही।

जिलाधिकारी ने बताया कि उत्तर प्रदेश में उड़ीसा की सांस्कृतिक परंपरा की जीवंत झलक दिखाने वाली ऐतिहासिक जगन्नाथ रथयात्रा की तैयारियों का स्थलीय जाएज़ा लिया गया है। उन्होंने बताया कि यह रथयात्रा कानपुर की सबसे विशिष्ट और गौरवशाली धार्मिक परंपरा है, जिसकी पृष्ठभूमि करीब ढाई सौ वर्षों से शहर के सांस्कृतिक जीवन का हिस्सा रही है। रथयात्रा न केवल श्रद्धा का प्रतीक है, बल्कि सामाजिक समरसता और सांस्कृतिक एकता का जीवंत उदाहरण भी है।

जिलाधिकारी ने कहा कि रथयात्रा कल 27 जून को सायं पांच बजे से शुरू होगी, जो नगर के लगभग साढ़े पांच किलोमीटर लंबे मार्ग से होकर गुजरेगी। आयोजन की व्यापकता और श्रद्धालुओं की संख्या को देखते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा 25 जून को रथयात्रा की तैयारियों की समीक्षा की गई थी। साथ ही संबंधित विभागों को स्पष्ट दिशा-निर्देश दिए गए थे।

जिलाधिकारी जितेन्द्र प्रताप सिंह ने नागरिकों से आग्रह किया है कि वे रथयात्रा में उत्साहपूर्वक सहभागी बनें, अनुशासन बनाए रखें और इस ऐतिहासिक परंपरा को सम्मान और संयम के साथ आगे बढ़ाएं।

इस मौके पर अपर नगर आयुक्त, अपर जिलाधिकारी नगर, पुलिस प्रशासन और अन्य विभागीय अधिकारी उपस्थित रहे। सफाई, पेयजल, विद्युत व्यवस्था, प्रकाश आदि अधिकांश तैयारियां पूर्ण हो चुकी हैं। शेष कार्य आज सायं तक पूरा कर लिए जाएंगे।

(Udaipur Kiran) / मो0 महमूद

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