
भोपाल, 26 सितंबर (Udaipur Kiran News) । मध्य प्रदेश में लाेकायुक्त द्वारा आए दिन भ्रष्टाचारियाें के खिलाफ कठाेर कार्रवाई की जा रही है। इसके बाद भी भ्रष्ट अधिकारी कर्मचारी सबक नहीं ले रहे है। ताजा मामले में भोपाल लोकायुक्त टीम ने शुक्रवार काे लोक निर्माण विभाग (पीडब्ल्यूडी) के सहायक ग्रेड-3 कर्मचारी कमलेश मालवीय को 5 हजार रुपये की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथो दबोचा है। आरोपित बाबू द्वारा यह रिश्वत एक रिटायर्ड कर्मचारी के सेवानिवृत्त होने पर मिलने वाले लाभ के भुगतान के एवज में 10 हजार की रिश्वत की मांग कर रहा था।
जानकारी के अनुसार फरियादी दुर्गाप्रसाद विश्वकर्मा ने लोकायुक्त पुलिस से लिखित शिकायत करते हुए बताया की वह 31 अगस्त 2025 को लोक निर्माण विभाग, उप संभाग-2 से वेल्डर पद से रिटायर्ड हुआ था। सेवानिवृत्ति के बाद मिलने वाले स्वत्वों और अन्य भुगतानों की प्रक्रिया पूरी कराने के लिए विभागीय बाबू कमलेश मालवीय द्वारा उससे 10 हजार रुपए रिश्वत मांगी जा रही थी। रकम न देने पर उसका भुगतान रोका जा रहा था। शुरुआती जांच में रिश्वत मांगने की शिकायत सही पाये जाने पर लोकायुक्त पुलिस ने आरोपित को रंगे हाथ दबोचने के लिये योजना तैयार की। इसके लिये फरियादी की बाबू से बातचीत कराई गई, जिसमें आराेपित बाबू कमलेश मालवीय पहली किश्त के रुप में पॉच हजार लेने को तैयार हो गया। शुक्रवार शाम जैसै ही झरनेश्वर मंदिर तिराहा, 12 दफ्तर के पास आरोपित कमलेश ने फरियादी से रिश्वत की 5 हजार की रकम अपने कब्जे में ली, तभी वहॉ पहले से घात लगाकर बैठी लोकायुक्त टीम ने उसे रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ पकड़ लिया। मौके से रिश्वत में ली गई रकम भी बरामद की गई है। लोकायुक्त पुलिस ने आरोपित कमलेश मालवीय के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम, 1988 (संशोधन 2018) की धारा-7 के तहत मामला दर्ज किया है। टीम आगे की जांच में जुटी है।
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(Udaipur Kiran) / नेहा पांडे
