
नई दिल्ली, 8 अक्टूबर (Udaipur Kiran News) । लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला 5-12 अक्टूबर के दौरान आयोजित 68वें राष्ट्रमंडल संसदीय सम्मेलन (सीपीसी) में भाग लेने के लिए भारतीय संसदीय शिष्टमंडल का नेतृत्व करते हुए बारबाडोस पहुंचे हैं। यह सम्मेलन राष्ट्रमंडल देशों के सांसदों का एक प्रमुख मंच है, जहां लोकतांत्रिक संस्थाओं को सुदृढ़ करने, सुशासन को बढ़ावा देने और संसदीय सहयोग के माध्यम से वैश्विक चुनौतियों के समाधान पर विचार-विमर्श किया जाता है।
अपने आगमन पर ओम बिरला ने भारतीय शिष्टमंडल के साथ सम्मेलन के उद्घाटन समारोह में भाग लिया। प्रतिनिधिमंडल में राज्यसभा उपसभापति हरिवंश, सांसद अनुराग शर्मा, डॉ. डी. पुरंदेश्वरी, डॉ. के. सुधाकर, रेखा शर्मा, डॉ. अजीत माधवराव गोपछड़े, लोकसभा महासचिव उत्पल कुमार सिंह और राज्यसभा महासचिव पी.सी. मोदी शामिल हैं।
बिरला आज “प्रौद्योगिकी का प्रभावी उपयोग: डिजिटल परिवर्तन के माध्यम से लोकतंत्र को सशक्त बनाना और डिजिटल विभाजन को दूर करना” विषय पर आयोजित कार्यशाला की अध्यक्षता करेंगे। साथ ही वे महासभा में “राष्ट्रमंडल: एक वैश्विक भागीदार” विषय पर भारत की लोकतांत्रिक प्रतिबद्धता और संसदीय सहयोग को सशक्त करने के प्रयासों पर अपने विचार रखेंगे।
सम्मेलन में सात विषयगत कार्यशालाएं होंगी जिनमें भारत के 24 राज्यों व केंद्रशासित प्रदेशों के विधानमंडलों से 36 पीठासीन अधिकारी शामिल होंगे। अपनी यात्रा के दौरान बिरला राष्ट्रमंडल के विभिन्न देशों के अपने समकक्षों से द्विपक्षीय मुलाकातें भी करेंगे, जिनमें संसदीय सहयोग और परस्पर हितों के मुद्दों पर चर्चा होगी।
बारबाडोस की संसद और सीपीए बारबाडोस शाखा द्वारा आयोजित यह सम्मेलन 180 से अधिक विधायिकाओं के 600 से ज्यादा प्रतिनिधियों को “राष्ट्रमंडल–एक वैश्विक साझेदार” थीम पर एक साथ लाता है। भारत इस मंच के माध्यम से वैश्विक लोकतांत्रिक संवाद को सुदृढ़ करने में सक्रिय भूमिका निभा रहा है।
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(Udaipur Kiran) / अनूप शर्मा
