शराब के ठेके में कई बदमाशों का हिस्सा होने की भी शराब कारोबारी ने स्वीकारा
गनमैन ने एडीजीपी के नाम पर हर माह ढाई लाख रुपये की मांगी थी मंथली
रोहतक, 8 अक्टूबर (Udaipur Kiran News) । एडीजीपी वाई पूरण कुमार द्वारा आत्महत्या के मामले में सामने आया है। दो दिन पहले पुलिस ने एडीजीपी के गनमैन के खिलाफ मामला दर्ज किया था। शिकायतकर्ता ने दर्ज मामले में बताया कि आरोपी ने प्रत्येक माह ढाई लाख रुपये की मांग की थी और साफ कहा था कि अगर रोहतक में शराब का कारोबार करना है कि मंथली देनी पड़ेगी। आरोप है कि नौ जुलाई को आरोपी गनमैन मंथली लेने के शराब कारोबारी के सेक्टर एक स्थित ऑफिस में भी गया था, जिसकी वाईस रिकार्डिंग व सीसीटीवी फुटेज जांच टीम को भी सौंपी गई है। मामले की जांच अर्बन एस्टेट थाना प्रभारी को सौंपी गई है, लेकिन पुलिस इस मामले में पूरी तरह से चुप्पी साधे हुई है।
पुलिस के अनुसार छह अक्टूबर को शराब कारोबारी अर्बन एस्टेट थाना में शिकायत दर्ज करवाई कि रोहतक में उसका शराब का कारोबार है और कई बदमाशों ने भी ठेके में रुपये लगा रखे है। कई बदमाशों ने उसे जान से मारने की धमकी दे रखी थी, जिसके चलते उसे पुलिस सुरक्षा मिली हुई है। शिकायतकर्ता ने बताया कि सुशील कुमार नाम के पुलिस कर्मी ने उसे पास फोन करके जून माह में आईजी ऑफिस बुलाया और बताया कि अगर रोहतक में शराब का काम करना है तो हर माह ढाई लाख रुपये मंथली देनी पड़ेगी और 9 जुलाई को पुलिस कर्मी ने फोन किया और कहा कि मंथली वाला काम कर दो, जिस पर पुलिस कर्मी सेक्टर एक स्थित शराब कारोबारी के ऑफिस भी गया और दूसरी बार मंथली की डिमांड की और बार-बार एडीजीपी वाई पूरन कुमार का लेकर लेकर दबाव बना गया। एडीजीपी वाई पूरन कुमार के गनमैन सुशील कुमार को शिकायतकर्ता ने बताया था कि शराब ठेके कम्पीटिशन व बदमाश की जानकारी और बताया कि हिमांशु गैंग के सदस्यों ने भी हिस्सा डाल रखा है। जिस पर सुशील कुमार ने कहा कि मंथली दोगे तो आईजी साहब पूरी सपोर्ट करेंगे और अमाउन्ट कर दो, उसके बाद तुम्हे आईजी साहब वाई पूरन कुमार से मिलवा देंगे।
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(Udaipur Kiran) / अनिल
