Uttar Pradesh

आपसी सहयोग से आत्महत्या निवारण का मूल मंत्र,स्क्रीन टाइम को सीमित रखे

तनाव प्रबंधन कार्यशाला

11वीं बटालियन एनडीआरएफ में तनाव प्रबंधन कार्यशाला

वाराणसी, 9 सितंबर (Udaipur Kiran) । उत्तर प्रदेश के वाराणसी में विश्व आत्महत्या निवारण सप्ताह 2025 के उपलक्ष्य में मंगलवार को 11वीं बटालियन एनडीआरएफ के जवानों को तनाव प्रबंधन का गुर सिखाया गया। तनाव प्रबंधन कार्यशाला में वरिष्ठ मनोचिकित्सक डॉ. मनोज कुमार तिवारी ने पावर प्वाइंट प्रेजेंटेशन के माध्यम से बताया कि आज के समय में मोबाइल के अत्यधिक प्रयोग से न केवल शारीरिक बल्कि मानसिक समस्याएं भी तेजी से बढ़ रही हैं।

उन्होंने जवानों को सलाह दी कि अपने कर्तव्यों के साथ-साथ शौकों को समय देना, स्क्रीन टाइम को सीमित करना, और परस्पर सहयोग की भावना विकसित करना तनाव प्रबंधन में अत्यंत सहायक होता है। डॉ. तिवारी ने आत्महत्या के विचार रखने वाले व्यक्तियों में दिखने वाले मानसिक और व्यवहारिक लक्षणों की भी विस्तृत जानकारी दी। उन्होंने बताया कि आपसी सहयोग की भावना ही आत्महत्या निवारण का मूल मंत्र है। कार्यशाला में उन्होंने प्रतिभागियों को रिलैक्सेशन एक्सरसाइज का अभ्यास भी कराया।

कार्यक्रम में स्वामी विवेकानंद स्मारक राजकीय चिकित्सालय, भेलूपुर के वरिष्ठ योग प्रशिक्षक मनीष पांडेय ने जवानों को योग के महत्व को समझाया और तनाव प्रबंधन के लिए योगाभ्यासों का प्रशिक्षण दिया।

बटालियन के कमांडेंट मनोज कुमार शर्मा ने भी जवानों को परस्पर सहयोग की भावना विकसित करने पर बल दिया। बटालियन के डिप्टी कमांडेंट राम मनोहर ने कहा कि जीवन में कठिनाइयां आना स्वाभाविक है, किंतु धैर्यपूर्वक उनका सामना करने से कठिन समय भी बीत जाता है और सुखद समय अवश्य लौटकर आता है। संचालन में उप निरीक्षक सुधीर कुमार सिंह, नीरज, गौरव पांडेय और उज्जवल पाठक की महत्वपूर्ण भूमिका रही। डिप्टी कमांडेंट रवि सिंह ने सभी अतिथियों का स्वागत किया।

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(Udaipur Kiran) / श्रीधर त्रिपाठी

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