


जौनपुर, 07 सितंबर (Udaipur Kiran) । भारत में नदियों को माता माना जाता है, इसके बावजूद यहां की नदियों की निर्मलता व अविरलता पर बहुत काम होना बाकी है। दूसरी तरफ ब्रिटेन देश है जहां पर नदियों को माता नहीं माना जाता फिर भी वहां की सरकार ने जनता के सहयोग से नदियों की साफ सफाई करवाकर पुनर्जीवित किया। ऐसे में भारत की नदियों की अविरलता व निर्मलता के लिए सरकार और जनता को साथ आना ही होगा। यह बातें रविवार को जौनपुर पहुंचे गंगा समग्र के राष्ट्रीय संगठन मंत्री रामाशीष ने कही।
जनपद में गंगा समग्र काशी प्रांत की महत्वपूर्ण बैठक एक कॉलेज में रविवार को आयोजित की गई। बैठक में गंगा समग्र के राष्ट्रीय संगठन मंत्री राम आशीष और क्षेत्र संगठन मंत्री संजय मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहे। संगठन मंत्री ने बताया कि गंगा समग्र का धेय वाक्य ‘अविरल गंगा निर्मल गंगा’ है। उन्होंने कहा कि गंगा में मिलने वाली सभी नदियों को गंगा माता माना जाता है। गोमती नदी सहित अन्य नदियों की सफाई के लिए गंगा समग्र कार्यरत है।
उन्होंने समाज में जागरूकता बढ़ाने पर जोर दिया। नदियों का उपयोग धार्मिक, सामाजिक और आर्थिक कार्यों के लिए किया जाए। साथ ही उनकी निर्मलता और अविरलता का ध्यान रखा जाए।
इंग्लैंड का उदाहरण देते हुए उन्होंने कहा कि वहां की सूखी नदी को सरकार और समाज के प्रयास से पुनर्जीवित किया गया। जबकि ब्रिटेन की जनता नदी को माता नहीं मानकर भी सफाई कर सकती है, तो भारत में यह काम और भी आसानी से किया जा सकता है।
नमामि गंगे परियोजना के तहत उत्तर प्रदेश में 70 फीसद काम पूरा हो चुका है। छोटे नालों को पाइप लगाकर और बड़े नालों को एसटीपी के माध्यम से नियंत्रित किया जा रहा है। उत्तराखंड में यह काम लगभग पूरा हो चुका है।
(Udaipur Kiran) / विश्व प्रकाश श्रीवास्तव
