फतेहपुर, 21 अगस्त (Udaipur Kiran) । उत्तर प्रदेश के जिले में गुरुवार को कृषकों को उनकी जोत से अधिक मात्रा में यूरिया विक्रय करने के आरोप में 07 उर्वरक प्रतिष्ठानों के उर्वरक विक्रय प्राधिकार पत्र (लाईसेन्स) निरस्त कर दिया गया है।
जानकारी देते हुए जिला कृषि अधिकारी नरोत्तम सिंह ने बताया कि मे0 मनीष ट्रेडर्स थरियांव, मे0 खाटू श्याम बीज भण्डार लदिगवां, मे0 कुशवाहा ट्रेडर्स एण्ड हार्डवेयर ग्रा0 मऊदेव विकास खण्ड खजुहा, मे0 मुकेश खाद भण्डार ग्रा0 सैदनापुर विकास खण्ड भिटौरा, मे0 श्रष्टी खाद एवं बीज भण्डार ग्रा0 देवरी विकास खण्ड भिटौरा, मे0 अंबिका ट्रेडर्स ग्रा0 सीर विकास खण्ड भिटौरा एवं जय योगनी माता खाद भण्डार ग्रा0 जमरांवा विकास खण्ड भिटौरा को नोटिस भेज कर जवाब मांगा गया था। जवाब सन्तोषजनक नही पाये जाने पर इन सभी के उर्वरक विक्रय प्राधिकार पत्र(लाईसेन्स) निरस्त कर दिये गये।
सभी निजी एवं सहकारी उर्वरक विक्रेताओं को निरन्तर निर्देश देते हुए उन्होंने कहा कि कृषकों को उनकी जोत के अनुसार ही उवर्रकों का विक्रय किया जाय। कृषकों को निर्धारित दरों पर ही उर्वरक विक्रेय किया जाये। अनावश्यक रूप से अन्य उत्पादों की टैगिंग कदापि न की जाए। शिकायत प्राप्त होने पर जांच कर मुकदमा दर्ज कर कठोरतम कार्यवाही की जायेगी। इसी प्रकार जनपद में जोत से अधिक मात्रा में उर्वरक क्रय करने वाले किसानों की भी जांच की जा रही है। जांच में पाया गया कि सुशील सिंह ग्राम कटोघन विकास खण्ड ऐरांया ने 06 अलग-अलग दुकानों से कुल 32 बोरी यूरिया क्रय की गयी जिसके क्रम में उनको भी नोटिस निर्गत की गयी है।
उन्होंने जनपद के किसान अपील करते हुए कहा कि वह अपनी स्वयं की वास्तवित जोत के लिये संस्तुत मात्रा में ही उर्वरकों का क्रय करें व उचित ढंग से इसका प्रयोग करें एवं उर्वरकों की जमाखोरी कदापि न करें। जनपद के कृषकों द्वारा विगत वर्ष की तुलना में इस वर्ष खरीफ में लगभग 12000 मीट्रिक टन अधिक यूरिया का प्रयोग किया गया है जिससे अनावश्यक रूप से लागत मे वृद्धि एवं मृदा स्वास्थ्य में ह्रास होगा। इस समय जनपद में सहकारी एवं निजी क्षेत्र में क्रमशः 4157 मीट्रिक टन एवं 5528 मीट्रिक टन यूरिया उपलब्ध है। जनपद की सभी समितियों में यूरिया का आवंटन कर आपूर्ति करायी जा रही है।
(Udaipur Kiran) / देवेन्द्र कुमार
