
तिरुनेलवेली, 10 अक्टूबर (Udaipur Kiran News) । तिरुनेलवेली जिले के मेलाथिडियूर क्षेत्र में स्थित एक निजी इंजीनियरिंग कॉलेज के 8 छात्रों में लेप्टोस्पाइरा बुखार की पुष्टि हुई है। इसके चलते कॉलेज को अगली सूचना तक अस्थायी रूप से बंद करने का आदेश जारी किया गया है।
स्वास्थ्य विभाग ने जनता से घबराने की बजाय सतर्क रहने की अपील की है। बताया जा रहा है कि इस कॉलेज में नेल्लई, तेनकासी और विरुधुनगर जिलों के हजारों छात्र पढ़ाई करते हैं।
पहला मामला उवारी क्षेत्र के एक छात्र में सामने आया जिसे बुखार के कारण नागरकोइल के एक अस्पताल में भर्ती किया गया था। जांच के बाद उसमें लेप्टोस्पायरोसिस (लेप्टोस्पाइरा) संक्रमण की पुष्टि हुई, जो आमतौर पर जानवरों के मूत्र से दूषित पानी के संपर्क में आने से फैलता है।
स्वास्थ्य विभाग ने तत्काल कॉलेज का निरीक्षण किया। एक शिविर के दौरान 8 और छात्रों में भी इसी बुखार की पुष्टि हुई, जिनका अब इलाज चल रहा है।
निरीक्षण में सामने आया कि कॉलेज के पीछे बाढ़ के पानी से पीने और खाना पकाने का पानी लिया जा रहा था। साथ ही, कैंटीन में सड़ी हुई सब्ज़ियां और गंदगी पाई गई। इसके चलते कैंटीन का लाइसेंस अस्थायी रूप से रद्द कर दिया गया है।
इस संबंध में 11 और 12 अक्टूबर को कॉलेज में स्वास्थ्य शिविर लगाए जाएंगे। छात्रावास और कैंटीन की स्वच्छता पर विशेष ध्यान देने के निर्देश दिए गए हैं। वहीं छात्रों को अगले आदेश तक कॉलेज न आने की सलाह दी गई है।
स्वास्थ्य अधिकारियों ने कहा है कि लेप्टोस्पाइरा बुखार गंदे पानी और साफ-सफाई की कमी से फैलता है। उन्होंने लोगों से साफ पानी का उपयोग करने और स्वच्छता बनाए रखने की अपील की है।
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(Udaipur Kiran) / Dr. Vara Prasada Rao PV
