
नई दिल्ली, 13 अगस्त (Udaipur Kiran) । महान समाज सुधारक अहिल्याबाई होलकर की पुण्यतिथि के अवसर पर देशभर में उनके योगदान को याद किया जा रहा है। गृहमंत्री अमित शाह से लेकर कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान सहित कई नेताओं ने उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित कीं।
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने एक्स पर लिखा कि लोकमाता अहिल्याबाई होल्कर ने काशी विश्वनाथ मंदिर, सोमनाथ महादेव मंदिर से लेकर देशभर में अनेक मंदिरों का पुनर्निर्माण कर यह संदेश दिया कि भारतीय संस्कृति की जड़ें कितनी विशाल हैं। नारी शक्ति के कुशल नेतृत्व की प्रतीक महारानी अहिल्याबाई ने जनकल्याण और सुरक्षा के भी कीर्तिमान स्थापित किए। उन्होंने उन्हें न्याय और लोकसेवा के लिए आजीवन समर्पित बताते हुए पुण्यतिथि पर कोटि-कोटि नमन किया।
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने लिखा कि सनातन चेतना की शाश्वत प्रतीक, नारी शक्ति की प्रतिमूर्ति पूज्य देवी अहिल्याबाई होल्कर की पुण्यतिथि पर उन्हें कोटिश: नमन। उन्होंने कहा कि ‘लोकमाता’ द्वारा रखी गई आदर्श शासन व्यवस्था आज ‘एक भारत-श्रेष्ठ भारत’ की निर्माण-यात्रा को नई दिशा दे रही है।
कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने उन्हें परम शिवभक्त, धर्म, लोकसेवा और समर्पण की प्रतिमूर्ति बताते हुए श्रद्धांजलि अर्पित की। उन्होंने कहा कि उनकी सांस्कृतिक पुनरुद्धार और लोक-कल्याण के लिए की गई पहलें सदैव प्रेरणादायी रहेंगी।
केंद्रीय आवास एवं शहरी विकास मंत्री मनोहर लाल ने उन्हें न्याय, धर्म और समर्पण की प्रतिमूर्ति तथा आदर्श प्रशासक बताते हुए कहा कि उनका देशभक्ति से ओतप्रोत जीवन राष्ट्रसेवा की प्रेरणा देता रहेगा।
केंद्रीय पोत परिवहन एवं बंदरगाह मंत्री सर्बानंद सोनोवाल ने उन्हें महान वीरांगना बताते हुए पुण्यतिथि पर नमन किया। केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग राज्य मंत्री अजय टम्टा ने उन्हें त्याग, न्याय, परोपकार और जनकल्याणकारी शासन की मिसाल बताते हुए कहा कि उनका जीवन आज भी धर्म, संस्कृति और सेवा के पथ पर प्रेरणा देता है।
भाजपा नेता आशीष सूद ने उन्हें मानवता की सेवा में जीवन अर्पित करने वाली महान वीरांगना बताते हुए कहा कि वे सनातन संस्कृति की पुनर्प्रतिष्ठा के लिए युगों-युगों तक पूजनीय रहेंगी।
केंद्रीय आवास एवं शहरी विकास राज्य मंत्री तोखन साहू ने लिखा कि अहिल्याबाई होलकर ने सोमनाथ से रामेश्वरम् तक मंदिर, घाट, कुएं व धर्मशालाएं बनवाईं और काशी विश्वनाथ मंदिर का पुनर्निर्माण उनका ऐतिहासिक योगदान था।
दिल्ली भाजपा प्रदेश अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने एक्स पर उन्हें सनातन चेतना की शाश्वत प्रतीक, नारी सशक्तिकरण की अप्रतिम प्रतीक बताते हुए नमन किया। उन्होंने कहा कि सांस्कृतिक पुनरुत्थान हेतु उनके द्वारा किए गए कार्य सदैव प्रेरणा प्रदान करते रहेंगे। नारी शक्ति के कुशल नेतृत्व की प्रतीक अहिल्याबाई ने जनकल्याण व सुरक्षा के भी कीर्तिमान स्थापित किए।
पूर्व केंद्रीय मंत्री डॉ. हर्षवर्धन ने उन्हें धर्मनिष्ठ शासक, निर्भीक योद्धा और महादेव की भक्त बताते हुए कहा कि उन्होंने देशभर में मुगलों द्वारा ध्वस्त मंदिरों का जीर्णोद्धार कराया।
भाजपा सांसद संबित पात्रा ने उन्हें राष्ट्रभक्ति, त्याग और नारी शक्ति की अप्रतिम आदर्श बताते हुए कहा कि उनका जीवन समस्त देशवासियों को प्रेरित करता रहेगा।
राजस्थान की पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने उन्हें त्याग, न्याय और वीरता की अद्वितीय मिसाल बताते हुए श्रद्धांजलि दी और कहा कि उनका समर्पण सदियों तक प्रेरणा देता रहेगा।
भोजपुरी अभिनेता और सांसद रवि किशन ने उन्हें कुशल शासक और मंदिरों का जीर्णोद्धार कराने वाली पुण्यश्लोका देवी बताते हुए कोटि-कोटि नमन किया।
पूर्व केंद्रीय मंत्री स्मृति जुबिन ईरानी ने उन्हें भारत की सांस्कृतिक धरोहर, जनसेवा और नारीशक्ति की प्रतीक बताते हुए कहा कि मंदिरों के पुनर्निर्माण से लेकर शिक्षा और धर्म के संरक्षण तक, उनका जीवन सेवा और त्याग का अनुपम उदाहरण रहा है।
उल्लेखनीय है कि अहिल्याबाई होल्कर मराठा साम्राज्य की होल्कर रियासत की रानी थीं, जिन्हें उनकी प्रशासनिक कुशलता, धर्मनिष्ठा और समाज सुधार के लिए जाना जाता है। वे मालवा के होल्कर वंश की महारानी थीं और उन्होंने अपने पति खंडेराव होल्कर की मृत्यु के बाद 1761 से 1795 तक मालवा का शासन संभाला।अहिल्या बाई का जन्म महाराष्ट्र के औरंगाबाद जिले के चौंडी गांव में एक दांगी परिवार में हुआ था। उनके पिता मानकोजी शिंदे ने उन्हें पढ़ने-लिखने और शास्त्रों की शिक्षा दी, जो उस समय महिलाओं के लिए असामान्य था।
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(Udaipur Kiran) / माधवी त्रिपाठी
