
पश्चिम मिदनापुर, 22 सितम्बर (Udaipur Kiran News) ।
कभी राजनीतिक हिंसा के लिए कुख्यात पश्चिम मिदनापुर जिले के केशपुर ब्लॉक के शिर्षा ग्राम पंचायत अंतर्गत पारुलिया गांव इस बार नए अध्याय की ओर बढ़ा है। यहां पहली बार महिलाओं की पहल पर सामूहिक दुर्गा पूजा का आयोजन किया जा रहा है। विशेष बात यह है कि पूजा की तैयारियां राज्य सरकार की सामाजिक सुरक्षा योजनाओं, खासकर लक्ष्मी भंडार योजना से प्राप्त धन से की जा रही हैं।
ग्रामीण महिलाओं का कहना है कि लंबे समय बाद गांव में शांति लौटी है। इस बार बच्चे और बुजुर्ग सभी उत्सव की प्रतीक्षा में हैं। पहले यहां दुर्गा पूजा न होने से छोटे बच्चों में निराशा फैल जाती थी, लेकिन इस वर्ष वे पहले ही आनंद में डूबे हैं। पूजा पारंपरिक ढंग से होगी और साथ ही बच्चों के लिए सांस्कृतिक कार्यक्रम भी रखा गया है।
पूजा कमेटी से जुड़ी लगभग 40 महिलाएं अपने-अपने लक्ष्मी भंडार और अन्य योजनाओं की बचत से निधि एकत्र कर रही हैं। रावण दहन और प्रसाद वितरण का भी आयोजन होगा।
केशपुर ब्लॉक तृणमूल अध्यक्ष प्रद्युत पांजा ने कहा, “पूजा का संपूर्ण संचालन गाँव की महिलाएं कर रही हैं। लोग बेहद उत्साहित हैं। सरकार की योजनाओं का लाभ ग्रामीण जीवन में सकारात्मक बदलाव ला रहा है।”
गौरतलब है कि वाम शासनकाल में केशपुर हिंसा का गढ़ माना जाता था। राजनीतिक संघर्ष और खून-खराबे के कारण अनेक परिवारों को पलायन करना पड़ा था। लेकिन ममता बनर्जी के सत्ता में आने के बाद स्थिति धीरे-धीरे बदली। वर्तमान में केशपुर ब्लॉक की 50 हजार से अधिक महिलाएँ विभिन्न सरकारी योजनाओं से लाभान्वित हो रही हैं।
स्थानीय निवासी अनुप राय ने कहा, “पहली बार दुर्गा पूजा हो रही है, इसलिए भीड़ भी बड़ी संख्या में उमड़ेगी। यह आयोजन इस बात का प्रतीक है कि गाँव अब हिंसा से निकलकर उत्सव और भाईचारे की राह पर आगे बढ़ रहा है।”
—————
(Udaipur Kiran) / अभिमन्यु गुप्ता
