
रेवाड़ी, 12 जुलाई (Udaipur Kiran) । रेवाड़ी में बार एसोसिएशन ने शनिवार को लोक अदालत का बहिष्कार कर दिया और वकील लोक अदालत के बाहर धरने पर बैठ गए। वकीलों के साथ-साथ उनकी मुंशी और लीगल ऐड के वकील भी लोक अदालत में किसी भी पक्ष की तरफ से पेश नहीं होंगे।
रेवाड़ी बार एसोसिएशन के प्रधान विश्वामित्र यादव ने कहा कि लोक अदालत लोगों की भलाई के लिए होती है लेकिन अब यहां पर किसी की सुनवाई नहीं हो रही है। अगर किसी के वाहन का पहले 10 हजार रुपए का चालान हो जाता था तो उसे लोक अदालत में 50 प्रतिशत या 30 प्रतिशत तक भुगतान करवा दिया जाता था। लेकिन पिछली बार भी ऐसा नहीं हुआ चालान की पूरी राशि जमा करवाई जा रही थी।
उन्होंने कहा कि अगर किन्हीं दो पक्षों में समझौता हो गया और वो केस लोक अदालत के लिए रख दिया जाता है। केस तीन नंबर कोर्ट का है और उसमें जज पांच नंबर का आ जाता है तो वो उस केस की सुनवाई नहीं करता। केस फिर से कोर्ट में ट्रांसफर कर दिया जाता है। ऐसे में लोक अदालत में शामिल होने का फायदा नहीं है। वे इसका पूर्ण विरोध करते हुए बहिष्कार करते हैं। कोई भी वकील लोक अदालत में शामिल नहीं होगा।
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(Udaipur Kiran) / श्याम सुंदर शुक्ला
