
मुरादाबाद, 22 नवम्बर (Udaipur Kiran) । मुरादाबाद के लब्ध प्रतिष्ठित साहित्यकार, सेवानिवृत हिंदी आचार्य व अंतरराष्ट्रीय साहित्य कला मंच के संस्थापक डा. महेश ‘दिवाकर’ को स्व. ओंकार प्रसाद दुबे वांग्मय रत्न सम्मान-2025 से शनिवार को जबलपुर में सम्मानित किया गया। आचार्य भागवत दुबे और प्रो. केबी पांडे, पूर्व कुलपति ने डा महेश दिवाकर को ग्यारह हजार रुपए नकद, सम्मान पत्र, शाल, प्रतीक चिन्ह, नारियल आदि देकर विभूषित किया गया। डॉ दिवाकर को यह सम्मान अंतरराष्ट्रीय संस्था- कादंबरी की ओर जबलपुर में हिंदी सेवा- सृजन के लिए दिया गया है। पूर्व में डा महेश को उत्तर प्रदेश हिंदी संस्थान द्वारा साहित्यभूषण पुरस्कार के साथ विभिन्न पुरस्कारों से भी सम्मानित किया जा चुका है।
डा. महेश ‘दिवाकर’ ने हिंदी की विविध विधाओं में 90 मौलिक कृतियां और 95 समादित कृतियाँ दी हैं। इनके निर्देशन में 55 छात्र-छात्राओं ने पीएचडी की उपाधि प्राप्त की है। हिंदी के उन्नयन एवं संवर्धन हेतु 30 देशों में हिंदी कार्यक्रमों का आयोजन किया है तथा महानगर मुरादाबाद के मिलन विहार में एक 11 कक्षीय हिंदी भवन का निर्माण किया है जिसमें देश-विदेश से आकर साहित्यकार नि:शुल्क ठहरते हैं।
(Udaipur Kiran) / निमित कुमार जायसवाल