



चंपावत, 30 अक्टूबर (Udaipur Kiran) । चंपावत के पाटी ब्लॉक के पखौटी और कनवाड़ गांवों में एक बड़े पशु टीकाकरण शिविर का आयोजन किया गया। इस शिविर में कुल 221 पशुओं को खुरपका-मुंहपका (एफएमडी) रोग से बचाव के टीके लगाए गए।
राजकीय पशु चिकित्सालय सचल, चंपावत की टीम द्वारा आयोजित इस शिविर का मुख्य उद्देश्य स्थानीय पशुधन को गंभीर संक्रामक बीमारी एफएमडी से बचाना और इसके प्रसार को रोकना था। इससे पशुओं की उत्पादकता और पशुपालकों की आय सुरक्षित रह सकेगी।
शिविर के दौरान, पशु चिकित्सा दल ने कुल 221 पशुओं का सफलतापूर्वक टीकाकरण किया। इनमें 113 बकरियां, 89 गौवंशीय पशु (गाय, बैल) और 19 महिशवंशीय पशु (भैंस) शामिल थे। पशु चिकित्सा अधिकारी डॉ. वैशाली साह ने मौके पर उपस्थित पशुपालकों को पशुओं की देखभाल, मौसमी बीमारियों से बचाव, संतुलित आहार प्रबंधन और आधुनिक पशुधन तकनीकों के बारे में विस्तृत जानकारी दी। उन्होंने नियमित टीकाकरण और बेहतर देखभाल से पशुधन के स्वास्थ्य और आय में वृद्धि पर जोर दिया।
इस अभियान का नेतृत्व पशु चिकित्सा अधिकारी सचल, डॉ. वैशाली साह ने किया। उन्हें पशु चिकित्सा फार्मेसी अधिकारी कैलाश चंद्र जोशी और दिनेश चंद्र ने सक्रिय सहयोग प्रदान किया।ग्रामीण क्षेत्र के पशुपालकों ने विभाग के इस प्रयास की सराहना की। उन्होंने कहा कि ऐसे शिविर पशुधन की सुरक्षा के साथ-साथ ग्रामीण अर्थव्यवस्था को भी मजबूती प्रदान करते हैं।
(Udaipur Kiran) / राजीव मुरारी
