टोक्यो, 12 अगस्त (Udaipur Kiran) । जापान के क्यूशू क्षेत्र में कई दिनों से हो रही भारी बारिश के कारण भूस्खलन और नदियों में उफान आने से मंगलवार तक तीन लोगों की मौत हो गई। मौसम विभाग ने चेतावनी दी है कि जापान सागर के तटीय इलाकों में देर रात तक तेज बारिश बनी रह सकती है और बारिश से जुड़ी आपदाओं को लेकर सतर्क रहने की अपील की है।
जापान मौसम विज्ञान एजेंसी के अनुसार, शुक्रवार से कागोशिमा, फुकुओका, कुमामोटो समेत क्यूशू के कई इलाकों में लगातार भारी वर्षा के बादल बन रहे हैं। कुछ क्षेत्रों में रिकॉर्ड स्तर की बारिश दर्ज की गई है।
राष्ट्रीय प्रचारक एनएचके के अनुसार, अधिकारियों ने बताया कि मंगलवार को कुमामोटो के कोसा टाउन में भूस्खलन में फंसे 50 वर्षीय व्यक्ति की मौत की पुष्टि हुई। वहीं, यत्सुशिरो शहर में सिंचाई नहर में डूबी कार से मिली 70 वर्षीय महिला को मृत घोषित किया गया। बताया गया कि कई पीड़ित भूस्खलन और नदी में आई बाढ़ में फंस गए थे। इसके अलावा, इशिकावा प्रान्त में सड़क धंसने से एक वाहन गिर गया, जिससे तीन लोग घायल हो गए। जबकि कागोशिमा के आइरा शहर में भूस्खलन से एक मकान ढह गया, जिसमें रहने वाली 30 वर्षीय महिला की मौत हो गई।
कुमामोटो प्रांत के अधिकारियों के अनुसार, दो अन्य लोग लापता हैं। फुकुओका के फुकुत्सु शहर में 60 वर्षीय एक पुरुष और महिला नदी के तेज बहाव में बह गए और उनका अब तक कोई पता नहीं चला है।
अधिकारियों का कहना है कि कागोशिमा, कुमामोटो और फुकुओका में तीन घर ढह गए हैं, जबकि 700 से अधिक मकान जलमग्न हो गए हैं। मौसम विभाग का अनुमान है कि पश्चिमी और उत्तरी जापान में बारिश और तेज हो सकती है।
जनता से भूस्खलन, निचले इलाकों में जलभराव, और नदियों के उफान या तटबंध टूटने के खतरों के प्रति सतर्क रहने की अपील की गई है। साथ ही, बिजली गिरने, तेज आंधी, बवंडर और ओलावृष्टि के खतरों की भी चेतावनी दी गई है।
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(Udaipur Kiran) / आकाश कुमार राय
