
– रजिस्ट्री आफिस में 36 लाख रुपये में सर्राफा कारोबारी को बेचा गया खेत
– जालसाजी के मामले में उपनिबंधक, दो कर्मियों समेत 14 पर एफआईआर
हमीरपुर, 23 अगस्त (Udaipur Kiran) । उत्तर प्रदेश में हमीरपुर जिले के रजिस्ट्री आफिस में अफसरों व कर्मियों की मिलीभगत से किसानों की भूमि के फर्जी दस्वावेज के जरिए रजिस्ट्री कराने का खेल खेला जा रहा है। शनिवार काे सरीला तहसील के जरिया थाना क्षेत्र में एक किसान के खेत काे 36 लाख रुपये में बेचने का मामला सामने आया है। इस मामले में भूमि खरीदने वाले ने फर्जीवाड़ा की जानकारी पर उपनिबंधक व दो लेखाकार समेत 14 लोगों के खिलाफ थाने में मुकदमा दर्ज कराया है, जिसकी जांच एसडीएम कर रहे हैं।
सरीला तहसील में रजिस्ट्री आफिस में जालसाजों ने जुगियाना मोहाल निवासी सर्राफा कारोबारी उपेन्द्र कुमार को जरिया थाना क्षेत्र के छिबौली गांव के केसरगंज मौजा में एक खेत बेचा गया। पहले सर्राफा कारोबारी को खेत दिखाया गया फिर फर्जी खेत मालिक सिद्धगोपाल के जरिए 36 लाख रुपये में खेत का बैनामा रजिस्ट्री आफिस में करवा दिया गया। दूसरे का खेत सर्राफा कारोबारी के नाम उपनिबंधक के सामने रजिस्ट्री करवाया गया। खेत की रजिस्ट्री सर्राफा कारोबारी की पत्नी रश्मि सोनी व बहू प्रतिभा सोनी के नाम कराई। बताते हैं कि खेत की रजिस्ट्री के समय खेत के असली मालिक सिद्धगोपाल के पहुंचने पर जालसाजी का मामला सामने आ गया।
सर्राफा कारोबारी उपेन्द्र कुमार सोनी ने जालसाजी के इस मामले में छिबौली गांव निवासी नकली खेत मालिक जगमोहन उर्फ स्वामीदीन, चिल्ली गांव निवासी जीतेन्द्र कुशवाहा, स्वतंत्र सिंह राजपूत, कुर्रा गांव निवासी मुमताज, मसगांव निवासी सोबरन, अंमूद गांव निवासी लोटन प्रधान, राठ कस्बा निवासी विनोद कुमार, इटायल गांव निवासी सुरेन्द्र, भरत कुमार समेत 14 लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई है। इसमें सरीला के उपनिबंधक (रजिस्ट्रार) सुशील कुमार और रजिस्ट्री लेखाकार प्रीतम, सतीश को भी शामिल हैं।
जरिया थाना प्रभारी मयंक चंदेल ने बताया कि तहरीर के आधार पर मुकदमा लिखा गया है। पूरे प्रकरण की जांच कराई जा रही है। वहीं एडीएम फाइनेंस विजय शंकर तिवारी ने शनिवार को बताया कि इस मामले की जांच एसडीएम से कराई जा रही है। जांच के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।——————-
(Udaipur Kiran) / पंकज मिश्रा
