Jharkhand

भूमि विवाद औसतन चार आपराधिक मामलों को देती है जन्म : डालसा सचिव

मौजूद अधिकारी

लोहरदगा , 22 जुलाई (Udaipur Kiran) ।

जिला विधिक सेवा प्राधिकार और ग्राम नियोजन केंद्र के संयुक्त तत्वाधान में भूमि साक्षरता विषय पर मंगलवार को कार्यशाला का आयोजन व्यवहार न्यायालय परिसर स्थित डालसा सभा कक्ष में की गई। कार्यक्रम में उपस्थित पीएलवी से जिले में प्रतिदिन भूमि और उससे संबंधित उत्पन्न विवाद के संबंध में विस्तृत जानकारी ली गई। वहीं डालसा सचिव राजेश कुमार ने इस बात को रेखांकित किया कि भूमि विवाद औसतन चार आपराधिक मामले को जन्म देती है। इसलिए भूमि साक्षरता के अंतर्गत पीएलवी इस बात की जानकारी जरूर रखें कि भूमि हस्तांतरण विधिक तरीके से कैसे की जाती है, खरीद बिक्री का क्या पैमाना है, अंचल कार्यालय का नामांतरण में क्या भूमिका होती है। इसके पूर्व कार्यक्रम का उद्घाटन लैन्डेसा कि शिप्रा देव और डालसा सचिव ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलित कर किया। वहीं ग्राम नियोजन केंद्र के इस्तियाक अहमद ने लिखित प्रश्नावली देकर प्रतिभागियों से जमीन से संबंधित उनकी समझ को लेकर जानकारी हासिल की। इसके बाद भूमि से संबंधित किन विषयों पर प्रशिक्षण दिया जाना है इसके बारे में बताया गयाा। वहीं लैन्डेसा की शिप्रा देव ने इस बात को बताया कि झारखंड में भूमि विवाद के कारण कई हत्याएं होती हैं। डायन बिसाही के आरोप लगाकर एकल महिला से उनकी भूमि छिन ली जाती है। इसलिए महिलाओं को भी जमीन के विभिन्न कागजातों से रूबरू होना आवश्यक है। मौके पर एलएडीसीएस के डिप्टी चीफ नारायण साहू, पम्मी कुमारी कार्यालय सहायक जीकेएन, निमहंति मिंज, हफ़ीजुल अंसारी, गौतम लेनिन, रवि कुमार, दुखिंता मिंज, रोहित कुमार, बबलू कुमार सिंह, विशाल सोनी, शीत महतो सहित अन्य उपस्थित थे।

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(Udaipur Kiran) / गोपी कृष्ण कुँवर

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