पटना, 30 जून (Udaipur Kiran) । उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी ने कहा कि जब वाजपेयी सरकार ने महिला आरक्षण बिल लाया था, तब राजद के सदस्यों ने सदन में बिल की कॉपी फाड़ कर अपना महिला विरोधी चेहरा दिखाया था। बाद में प्रधानमंत्री मोदी की सरकार ने महिला आरक्षण बिल को पारित कराया।
साेमवार काे यहां उपमुख्यमंत्री चौधरी ने पत्रकाराें से बात करते हुए कहा कि अब लालू प्रसाद के लोग उस नए वक्फ कानून के विरुद्ध भ्रम फैला कर वोट बैंक की राजनीति करने में लगे हैं, जो गरीब मुसलमानों के पक्ष में है।
उन्होने कहा कि बिहार मेें लालू प्रसाद का परिवार अपराधीकरण और गुंडागर्दी के लिए जिम्मेदार है। उनके 15 साल के राज में अपराध को सत्ता का संरक्षण मिलने से व्यापारियों-उद्यमियों का सामूहिक पलायन हुआ।
सम्राट चौधरी ने कहा कि लालू प्रसाद की पार्टी के लोग वैश्य समाज के घर और प्रतिष्ठान पर बैठते थे और इन्हीं लोगों ने उनको लूटा, उनका व्यवसाय चौपट किया।
उन्होंने कहा कि लालू परिवार में शादी के समय शो-रूम से गाडियां, आभूषण और सोफा तक उठवा लिए गए थे। यह बात न वैश्य समाज भूला है, न बिहार के लोग भूले हैं।
उन्होंने कहा कि उनके राज में महिलाएँ असुरक्षित थीं और लड़कियों स्कूल-कालेज जाने से डरती थीं। लालू राज की वापसी के डर से महिलाएं राजद को वोट नहीं देतीं। एनडीए सरकार बनने पर नीतीश कुमार ने छात्राओं को साइकिल-पोशाक और महिलाओं को नौकरी में 35 फीसद आरक्षण देकर महिलाओं का सशक्तीकरण किया। बिहार में पसमादा मुसलमानों को आरक्षण भी एनडीए सरकार ने दिया।
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(Udaipur Kiran) / चंदा कुमारी
