
सिरसा, 20 जून (Udaipur Kiran) । भारतीय किसान एकता के प्रधान लखविंदर सिंह औलख ने कहा है कि जिले में डीएपी व यूरिया खाद की कालाबाजारी हो रही है, जिसे रोकने के लिए उन्होंने कृषि उपनिदेशक को पत्र लिखा है। साथ ही सिरसा जिले में राजस्थान से सप्लाई हुई इफ्को की सागरिका खाद की बिक्री तुरंत बंद करके उसके नमूने की उच्च स्तरीय जांच करवाई जाए।
लखविंदर सिंह शुक्रवार को जिले के गांव मिठड़ी में किसानों के साथ बैठक कर रहे थे। किसान नेता ने कहा कि खाद बिक्री केंद्रों से लगातार किसानों की शिकायतें आ रही हैं कि उन्हें डीएपी व यूरिया के साथ जबरन चाय पत्ती, नैनो यूरिया, नैनो डीएपी व सागरिका इत्यादि उत्पाद दिए जा रहे हैं। औलख ने कहा कि हरियाणा सरकार व कृषि विभाग को ठेंगा दिखाकर यह लोग सरेआम किसानों के साथ धोखाधड़ी व लूट कर रहे हैं रिश्वतखोर व भ्रष्ट कृषि अधिकारियों को भी सरकार ने छूट दे रखी है। पैसों के लालच में भ्रष्ट कृषि विभाग सब कुछ जानते हुए भी आंखें बंद करके बैठा है। विभाग की नाक तले किसानों के साथ लूट हो रही है।
राजस्थान के कृषि मंत्री किरोड़ी लाल मीणा ने नकली व निम्न क्वालिटी के बीज, फर्टिलाइजर, बायोफर्टिलाइजर व पेस्टीसाइड बनाने वाली कंपनियों का भंडाफोड़ करते हुए उन पर कार्रवाई की थी। उनमें इफको कंपनी की सागरिका नामक खाद सहित कई उत्पाद शामिल हैं, जो किशनगढ़ क्षेत्र में बनाई जा रही थी और जिनकी हरियाणा में भी धड़ल्ले से सप्लाई हो रही है। इफको कंपनी के एमडी की धोखाधड़ी के मामले में पहले से ही सीबीआई जांच चल रही है। औलख ने कहा कि ऐसा ही एक मामला हमारे सामने आया है, जिसमें इफको लिमिटेड कंपनी की 40250 किलो सागरिका नामक खाद का ट्रक, जिसकी आगे-पीछे लगी नंबर प्लेट पर अलग नंबर था, उसे इफको केंद्र सिरसा में उतारा गया है। ट्रक ड्राइवर से पता किया तो उसने बताया कि सागरिका की लोडिंग राजस्थान के किशनगढ़ क्षेत्र से हुई है।
सागरिका बनाने वाली कंपनी, एक्वाएग्री प्रोसेसिंग प्राइवेट लिमिटेड के निर्माण व पैकिंग का पता दिल्ली का दिया हुआ है। इफको की सागरिका खाद का ट्रक विवादित क्षेत्र किशनगढ़ राजस्थान से लोड होकर सिरसा पहुंचता है, लेकिन इसकी बिलिंग में खेल खेला जा रहा है। सागरिका खाद का ट्रक राजस्थान से लोड हुआ बनाने वाली कंपनी दिल्ली की है, इसका बिल भावनगर गुजरात से काटकर बिल्टी भी वहां से बनकर ट्रक के साथ-साथ सिरसा पहुंच जाती है। ऐसी पता नहीं कितनी ही गाडिय़ां भारत के विभिन्न राज्यों में भेज कर किसानों को लूटा जा रहा है। उन्होंने कृषि विभाग से मांग की हैं कि इफको की सागरिका खाद की जांच कराई जाए और रिजल्ट आने तक इसकी बिक्री पूर्ण रूप से बंद की जाए। सभी सरकारी, सहकारी व प्राइवेट आधारों पर डीएपी व यूरिया की साथ हो रही टैगिंग व कालाबाजारी को बंद करवाया जाए।
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(Udaipur Kiran) / Dinesh Chand Sharma
