पलवल, 28 अगस्त (Udaipur Kiran) । रुप फिलिंग स्टेशन, पृथला में लाखों की हेराफेरी का मामला उजागर हुआ है। पंप की मालकिन शारदा शर्मा की शिकायत पर गदपुरी थाना पुलिस ने पंप मैनेजर नीरज कुमार और अकाउंटेंट विनय कुमार झा के खिलाफ 71.45 लाख रुपये के गबन का मामला दर्ज किया है। यह घोटाला मई 2022 से जुलाई 2024 के बीच अंजाम दिया गया।
अगस्त 2024 में जब पेट्रोल पंप के रिकॉर्ड की जांच की गई तो पूरे मामले का खुलासा हुआ। जांच में सामने आया कि आईसीआईसीआई कार्ड से हुई बिक्री में करीब 55.91 लाख रुपये का गबन किया गया। वहीं, मैनेजर नीरज कुमार ने 15 अलग-अलग पार्टियों से उधार ईंधन के 15.32 लाख रुपये वसूले, लेकिन यह राशि पंप के खाते में जमा नहीं की। इसके अलावा स्वीपर से लिए गए 22 हजार रुपये का एडवांस भी खाते में नहीं डाला गया।
अकाउंटेंट ने गबन को छिपाने के लिए कंप्यूटर में फर्जी एंट्री करने की कोशिश की। अप्रैल 2025 में बुलाई गई पंचायत में मैनेजर नीरज कुमार, उनके भाई धीरज और चाचा देवी स्वरूप ने गबन की पूरी राशि को स्वीकार किया और लौटाने का वादा भी किया, लेकिन अब तक एक भी रुपया वापस नहीं किया गया। जांच अधिकारी ने गुरूवार को जानकारी देते हुए बताया कि मिली शिकायत के आधार पर दोनों आरोपियों के खिलाफ धोखाधड़ी और गबन का केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
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(Udaipur Kiran) / गुरुदत्त गर्ग
