Haryana

गुरुग्राम : अरावली की तलहटी में बसे कासन गांव की 14 एकड़ जमीन पर बन रही झील

फोटो : गुरुग्राम के गांव कासन में विकसित की जा रही झील का निरीक्षण करते मानेसर निगमायुक्त आयुष सिन्हा।

-झील के साथ लगती 25 एकड़ भूमि पर बायोडायवर्सिटी पार्क विकसित करेगा निगम

-झील किनारे मड हाउस, रेस्तरां और नाव की यात्रा का लुत्फ उठा सकेंगे पर्यटक

गुरुग्राम, 4 सितंबर (Udaipur Kiran) । अरावली श्रृंखला की तलहटी में बसा कासन गांव…जो आने वाले समय में विलेज टूरिज्म का हब बनेगा। गांव में 14 एकड़ जमीन पर एक झील विकसित की जा रही है और झील के साथ लगती 25 एकड़ जमीन पर बायोडायवर्सिटी पार्क विकसित होगा। इन दोनों प्रोजेक्ट के सिरे चढऩे के बाद कासन गांव पर्यटन के क्षेत्र में बड़ा नाम होगा।

गांव कासन में टूरिज्म को बढ़ावा देने के लिए नगर निगम द्वारा 14 एकड़ भूमि पर झील का निर्माण किया जा रहा है। झील के पहले फेज का काम लगभग पूरा हो चुका है। दूसरे फेज का काम जल्द ही शुरू कर दिया जाएगा। योजना के पूरा होने पर पर्यटक प्रकृति के बीच सुकून का अनुभव कर सकेंगे। झील में रेस्तरां, मड हाउस और नाव की सवारी का आनंद ले सकेंगे। गांव कासन में बन रही इस झील के पहले फेज में 5 करोड़ 90 लाख रुपये की लागत आई है। जबकि दूसरे फेज के निर्माण में भी अनुमानित करीब 6 करोड़ रुपये खर्च करने की योजना है। निगम ने इस झील को एसबीआई कार्ड के सहयोग से विकसित किया है। झील कुल 14 एकड़ भूमि पर फैली हुई है। यहां 10 एकड़ पर साफ पानी भरा है। चार एकड़ भूमि पर पैदल यात्रा करने के लिए ट्रैक, पार्क आदि विकसित किए गए है। पीने के पानी, शौचालयों की व्यवस्था की गई है। बिजली की पूर्ति के लिए सोलर प्लांट स्थापित किया गया है। गंदे पानी को साफ करने के लिए भी जल शोधन यूनिट लगाई की गई है। झील के पानी से बदबू न आए इसके लिए भी विशेष योजना बनाई गई है। प्रकृति प्रेमियों के लिए यहां तकरीबन 15 प्रकार के फल,फूलदार पौधे लगाए गए हैं। दूसरे फेज पूरा होने पर झील में रेस्तरां, मड हाउस और नाव की सवारी का आंनद ले सकेंगे। इसी के साथ लगती निगम की 25 एकड़ भूमि पर मानेसर नगर निगम की ओर से बायोडायवर्सिटी पार्क विकसित किया जाएगा।

नगर निगम आयुक्त आयुष सिन्हा ने गुरुवार को गांव कासन स्थित झील का दौरा किया और संबंधित अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। आयुक्त ने कहा कि इस झील के विकसित होने पर यह मानेसर को पर्यटन की दिशा में पहचान दिलाएगी। राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली के करीब होने, नेशनल हाइवे-48 और कुंडली-मानेसर-पलवल मार्ग से सीधा जुड़ाव होने के कारण यहां पर्यटकों की भरमार रहेगी। इस मौके पर आयुक्त के साथ एसडीओ अनिल मलिक, जेई अमन, पुनित, विकास दीक्षित, ग्रामीण विकास ट्रस्ट के प्रतिनिधि एचके तोमर सहित अन्य लोग मौजूद रहे।

(Udaipur Kiran)

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